बिहार में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है, जहां जितिया व्रत के दौरान नदी में नहाने गए 46 लोग डूब गए। यह घटना राज्य के दरभंगा जिले में रविवार सुबह हुई। स्थानीय प्रशासन के अनुसार, ये लोग जितिया पर्व के अवसर पर स्नान करने के लिए कमला बलान नदी के किनारे इकट्ठा हुए थे। इस पर्व में माताएं अपने बच्चों की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं, और इस दौरान नदी में स्नान करना एक प्रमुख धार्मिक अनुष्ठान माना जाता है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुबह-सुबह कई श्रद्धालु नदी में स्नान करने के लिए उतरे थे, लेकिन तेज धारा और जल स्तर के अंदाजे के कारण वे बहाव में फंस गए। जब तक लोग कुछ समझ पाते, तेज बहाव ने उन्हें अपने आगोश में ले लिया। प्रशासन द्वारा जारी जानकारी के अनुसार, अब तक 46 लोग लापता बताए जा रहे हैं और कुछ को बचा लिया गया है।
घटना के तुरंत बाद राहत और बचाव दल मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और स्थानीय गोताखोरों की टीम ने डूबे हुए लोगों को खोजने का प्रयास तेज कर दिया है। अब तक कई लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि अन्य की तलाश जारी है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है और मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की है। साथ ही, उन्होंने स्थानीय प्रशासन को त्वरित राहत कार्यों को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की भी घोषणा की है।
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदी में स्नान करते समय विशेष सतर्कता बरतें और प्रशासनिक निर्देशों का पालन करें। हर साल जितिया पर्व के दौरान इस तरह की घटनाएं होती हैं, और इस बार की घटना ने सभी को गहरे शोक में डाल दिया है।
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में रोष और शोक का माहौल है, और वे इस बात की मांग कर रहे हैं कि प्रशासन नदी के किनारे सुरक्षा के बेहतर इंतजाम करे ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।