ब्रेकअप ! ‘मैं नहीं होता तो ट्रम्प चुनाव हार जाते’, एलन मस्क और अमेरिकी राष्ट्रपति के बीच तनातनी

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और कभी उनके करीबी सहयोगी रहे टेस्ला चीफ इलॉन मस्क के बीच गुरुवार रात जमकर बहसबाजी हुई। पहले ट्रम्प ने मीडिया से बात करते हुए मस्क को लेकर नाराजगी जताई।

ट्रम्प ने कहा कि जब हमने अनिवार्य तौर पर इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने के कानून में कटौती करने की बात कही तो मस्क को दिक्कत होने लगी। मैं इलॉन से बहुत निराश हूं। मैंने उनकी बहुत मदद की है।

इसके मस्क ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर ट्रम्प को एहसान फरामोश बताते हुए लगातार कई ट्वीट किए। मस्क ने यहां तक कहा कि मैं नहीं होता तो ट्रम्प चुनाव हार जाते।

इसके बाद ट्रम्प ने एक बार फिर से अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर मस्क को निशाने पर लिया। उन्होंने लिखा- जब मैंने उनका ईवी मैंडेट (कानूनी आदेश) वापस लिया तो मस्क पागल हो गए। ट्रम्प ने मस्क की कंपनी को दी जाने वाली सब्सिडी खत्म करने की धमकी दी।

आगे डिटेल से पढ़िए बहस की शुरुआत कैसे हुई और किसने क्या कहा…

गुरुवार रात करीब 9:35 बजे ट्रम्प ने मीडिया से बात की। पत्रकारों ने पूछा कि मस्क ने आपके बिग ब्यूटीफुल बिल (टैक्स और खर्च बिल) की आलोचना की है। इसके बारे में आप क्या कहेंगे।

इसके जवाब में ट्रम्प ने कहा- मुझे हमेशा से इलॉन पसंद रहा है। आपने देखा होगा कि उन्होंने मेरे लिए क्या कहा, उन्होंने मेरे बारे में कुछ भी बुरा नहीं कहा है। मैं चाहूंगा कि वे बिल की बजाय मेरी आलोचना करें क्योंकि बिल शानदार है। यह हमारे देश के इतिहास में सबसे बड़ी कटौती है।

इलॉन और मेरे बीच बहुत अच्छे रिश्ते थे। मुझे नहीं पता कि आगे भी हमारे बीच अच्छे रिश्ते रहेंगे या नहीं।

इसके बाद रात करीब 9:41 बजे ट्रम्प ने अपने टैक्स और खर्च बिल को लेकर एक बार फिर मस्क की आलोचना की।

मस्क ने इस बिल की बुराई की थी, इस पर ट्रम्प ने कहा- इलॉन को इस बिल की पूरी जानकारी थी, शायद यहां बैठे किसी भी इंसान से ज्यादा। उन्हें इससे कोई समस्या नहीं थी। लेकिन अचानक उन्हें दिक्कत हुई, जब पता चला कि हमें इलेक्ट्रिक वाहन (EV) मैंडेट में कटौती करनी होगी, क्योंकि इसमें अरबों डॉलर का खर्च है।

मैं उनकी बात समझ सकता हूं, लेकिन उन्हें बिल की हर बात पता थी। उन्होंने कभी कोई शिकायत नहीं की, लेकिन जैसे ही हमारी सरकार से अगल हुए, उनकी राय बदल गई। मस्क ने मेरे बारे में बहुत अच्छी बातें कही थीं, जो रिकॉर्ड में हैं। उन्होंने मेरे खिलाफ व्यक्तिगत तौर पर कुछ बुरा नहीं कहा, लेकिन शायद अब वह ऐसा करेंगे। मैं इलॉन से बहुत निराश हूं। मैंने उनकी बहुत मदद की है।

मस्क ने ट्रम्प के दावे को झूठा बताया

मस्क ने ट्रम्प के दावे को झूठा बताते हुए कहा कि मुझे टैक्स और खर्च बिल बिल के बारे में कुछ नहीं पता था। ट्रम्प का दावा झूठा है।

मस्क ने X पर लिखा- यह झूठ है। मुझे यह बिल कभी नहीं दिखाया गया और इसे आधी रात को इतनी जल्दी पास किया गया कि कांग्रेस (संसद) के लगभग किसी सांसद को इसे पढ़ने का मौका तक नहीं मिला।

इसके बाद मस्क ने ट्रम्प के विरोध में लगातार कई ट्वीट किए और उन्हें एहसान फरामोश बता दिया।

मस्क ने एक ट्वीट में लिखा- मेरे बिना ट्रम्प चुनाव हार जाते। डेमोक्रेट्स हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स पर कब्जा कर लेते और सीनेट में रिपब्लिकन 51-49 के अंतर से जीतते। यह एहसान फरामोशी है।

एक अन्य ट्वीट में लिखा- सरकार ने इलेक्ट्रिक गाड़ियों और सोलर एनर्जी की छूट तो कम कर दी, लेकिन ऑयल-गैस कंपनियों को मिल रही मदद को वैसे ही रहने दिया, जो कि बहुत गलत है।

इसके साथ ही, इस बिल में बहुत फालतू खर्च जोड़े गए हैं जिन्हें हटाना चाहिए। इतिहास में ऐसा कोई कानून नहीं बना जो साइज में भी बड़ा हो और काम में भी अच्छा हो।

मस्क ने ट्रम्प के बिग ब्यूटीफुल का भी विरोध करते हुए इसे ‘बिग अग्ली बिल’ कहा। मस्क ने लिखा- बिग अग्ली बिल से सरकारी घाटा बढ़कर 2.5 ट्रिलियन डॉलर हो जाएगा।

ट्रम्प की धमकी, कहा- इलॉन की सब्सिडी खत्म कर दूंगा

मस्क के बाद ट्रम्प ने भी अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल से मस्क को निशाने पर लिया और सब्सिडी खत्म करने की धमकी दी…

ट्रम्प ने ट्रुथ सोशल पर लिखा- इलॉन मेरे लिए परेशानी बन रहे थे। मैंने उन्हें जाने के लिए कहा। मैंने उनका इलेक्ट्रिक वाहन (EV) मैंडेट खत्म कर दिया, जो लोगों को ऐसी इलेक्ट्रिक कारें खरीदने के लिए मजबूर करता था, जिन्हें कोई नहीं चाहता था। उन्हें महीनों से पता था कि मैं ऐसा करूंगा, फिर भी वह पागल हो गए!

एक अन्य पोस्ट में ट्रम्प ने कहा- हमारे बजट में अरबों डॉलर बचाने का सबसे आसान तरीका है कि इलॉन की सरकारी सब्सिडी और कॉन्ट्रैक्ट्स खत्म कर दिया जाए। मुझे हमेशा हैरानी होती थी कि बाइडेन ने ऐसा क्यों नहीं किया।

मस्क ने फिर किया पलटवार

मस्क ने सनसनीखेज दावा करते हुए कहा कि डोनाल्ड ट्रम्प का नाम जेफरी एपस्टीन की फाइलों में शामिल है।

मस्क ने X पर लिखा- अब बड़ा खुलासा करने का टाइम है। डोनाल्ड ट्रम्प का नाम एपस्टीन फाइलों में हैं। यही वजह है कि इन्हें सार्वजनिक नहीं किया गया। डोनाल्ड ट्रम्प, आपका दिन शुभ हो।

एक अन्य पोस्ट में कहा- इस पोस्ट को भविष्य के लिए नोट कर लें। सच्चाई सामने आएगी।

बिग ब्यूटीफुल बिल’ के 5 पॉइंट्स, जिससे मस्क नाराज

  • इनकम टैक्स और एस्टेट टैक्स में 2017 में की गई कटौती को स्थायी बनाना, टैक्स कटौती को बढ़ाने का भी प्रस्ताव।
  • ओवरटाइम और सोशल सिक्योरिटी इनकम पर टैक्स कटौती का प्रस्ताव। व्हाइट हाउस का कहना है कि सालाना 30 से 80 हजार डॉलर की कमाई वालों को अगले साल 15% कम टैक्स देना होगा।
  • अवैध इमिग्रेशन रोकने के लिए बॉर्डर सिक्योरिटी और अमेरिकी सेना को मजबूत करने पर ज्यादा खर्च करना।
  • सरकार में फिजूलखर्ची, धोखाधड़ी और दुरुपयोग रोकने के लिए कड़े इंतजाम।
  • डेब्ट सीलिंग यानी सरकार कितना कर्ज ले सकती है, उसकी सीमा बढ़ाना। ये सीमा समय-समय पर बढ़ानी पड़ती है ताकि सरकार अपने बिल और खर्चे चुका सके।

ट्रम्प का बिग ब्यूटीफुल बिल अमेरिकी सीनेट में अटक सकता है

ट्रम्प का वन बिग ब्यूटीफुल बिल 22 मई अमेरिकी संसद के निचले सदन से 215-214 के अंतर से पारित हो चुका है। अब इसके ऊपरी सदन यानी सीनेट से पास होने का इंतजार है, हालांकि मस्क के विरोध के बाद अब इसके पास होने की राह मुश्किल हो सकती है।

ट्रम्प की रिपब्लिकन पार्टी के पास 100 सीनेट वाले उपरी हाउस में 53 सांसद हैं। 47 डेमोक्रेट हैं। मामूली बहुमत में सिर्फ 4 असहमत सीनेटर पूरे बिल को ठप कर सकते हैं। मस्क के मोर्चा खोलने के बाद कई सांसदों, खास तौर पर रिपब्लिकन सांसद रैंड पॉल ने इस विधेयक का खुलकर विरोध किया है।

जेफरी एपस्टीन का मामला नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण से जुड़ा

जेफरी एपस्टीन केस एक हाई-प्रोफाइल क्रिमनल मामला है, जिसमें अमेरिकी अरबपति जेफरी एपस्टीन पर नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण और तस्करी के आरोप लगे थे। इस केस में दुनिया भर के कई हाईप्रोफाइल लोगों के नाम सामने आए थे।

एपस्टीन को वेश्यावृत्ति और नाबालिग को लालच देने के लिए दोषी ठहराया गया। हालांकि कुछ सौदेबाजी के बाद उसे सिर्फ 13 महीने की हिरासत मिली, जिसमें वर्क रिलीज की इजाजत थी।

एपस्टीन को 2019 में फ्लोरिडा और न्यूयॉर्क में नाबालिगों की यौन तस्करी के आरोपों में फिर से गिरफ्तार किया गया। 10 अगस्त 2019 को एपस्टीन ने जेल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जिस वक्त उसकी मौत हुई ट्रम्प अमेरिका के राष्ट्रपति थे।

नासा ने नए हेड को लेकर भी ट्रम्प और मस्क में नाराजगी थी

मस्क और ट्रम्प की बीच तकरार की प्रमुख वजह अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के नए चीफ का नामांकन भी रहा। ट्रम्प ने पहले जेरेड इसाकमैन को नॉमिनेट किया था, लेकिन बाद में यह कहते हुए नामांकन वापस ले लिया कि मैं जल्द ही एक नए उम्मीदवार की घोषणा करूंगा जो मिशन से जुड़ा होगा।

इसाकमैन को मस्क का सपोर्ट हासिल था। इसे लेकर ट्रम्प ने आज कहा कि मुझे पता है कि मस्क इसाकमैन सम्मान करते हैं, लेकिन नासा चलाने के लिए मुझे नहीं लगता कि यह सही है।

ट्रम्प ने इसाकमैन के बारे में कहा- वह पूरी तरह डेमोक्रेट हैं। हमने चुनाव जीता है और हमें कुछ विशेषाधिकार मिले हैं। हमें डेमोक्रेट को अपॉइन्ट करने की जरूरत नहीं है। नासा बहुत महत्वपूर्ण है।

अब पढ़िए ट्रम्प और मस्क के रिश्तों बनने से लेकर बिगड़ने तक की कहानी…

मस्क ने ट्रम्प के चुनाव पर 2500 करोड़ रुपए खर्च किए

डोनाल्ड ट्रम्प पर 13 जुलाई 2024 को पेनसिल्वेनिया के बटलर में एक चुनावी रैली के दौरान गोली चलाई गई थी। गोली ट्रम्प के दाहिने कान को छूकर निकली। इसके बाद मस्क ने X पर राष्ट्रपति चुनाव में ट्रम्प के समर्थन करने का ऐलान किया।

मस्क ने पूरे इलेक्शन कैंपेन के दौरान बढ़चढ़ कर ट्रम्प का प्रचार किया। मस्क ने पूरे कैंपेन पर करीब 2500 करोड़ रुपए खर्च किए। ट्रम्प जैसे ही चुनाव जीते अमेरिका की राजनीति में मस्क का कद एकदम ऊंचा हो गया।

कुछ लोगों ने उन्हें सुपर प्रेसिडेंट कहा। मस्क और विवेक रामास्वामी को डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DoGE) का प्रमुख बनाने का ऐलान हुआ, लेकिन 20 जनवरी को ट्रम्प के शपथ ग्रहण के घंटों बाद ही रामास्वामी DoGE से अलग हो गए। इस डिपार्टमेंट का मकसद फिजूलखर्ची रोककर सरकारी खर्च में कटौती करना था।

मस्क को मिली DoGE की जिम्मेदारी

रामास्वामी के अलग होते ही मस्क DoGE डिपार्टमेंट की हेड बन गए। उन्होंने सरकारी खर्च में कटौती के नाम पर बड़े पैमाने पर सरकारी कर्मचारियों की छंटनी की। इससे देश में उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन होने लगे, पर ट्रम्प हमेशा मस्क के समर्थन में खड़े रहे।

ट्रम्प की मौजूदगी में 8 मार्च की कैबिनेट मीटिंग में स्टाफ कटौती के मुद्दे पर मस्क और विदेश मंत्री मार्क रुबियो में बहस हो गई। मस्क ने आरोप लगाया कि रुबियो स्टाफ में कटौती नहीं कर पाए हैं।

रुबियो ने इससे इनकार किया। जब दोनों के बीच बहस तेज हो गई तो ट्रम्प ने रुबियो का बचाव किया और कहा कि वे बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। यह पहली बार था जब मस्क और किसी बड़े नेता का विवाद हुआ, जिसमें ट्रम्प ने उनका साथ नहीं दिया। हालांकि फिर भी ट्रम्प और मस्क में तालमेल बना रहा।

बिग ब्यूटीफुल बिल को लेकर ट्रम्प से उलझे

गुजरते वक्त के साथ ट्रम्प सरकार के साथ मस्क का तालमेल बिगड़ता चला गया। हालांकि फिर भी ट्रम्प और मस्क साथ में काम करते रहे। कुछ महीने पहले जब मस्क के विरोध में कई देशों में टेस्ला कार जलाई गई तो ट्रम्प ने टेस्ला खरीद कर मस्क का सपोर्ट किया।

लेकिन सबसे बड़ा विवाद छिड़ा 27 मई को, जब मस्क ने ट्रम्प सरकार के वन बिग ब्यूटीफुल बिल (टैक्स और खर्च बिल) का खुलकर विरोध किया। इसके कुछ घंटे बाद ही उन्होंने DoGE से इस्तीफा दे दिया।

ट्रम्प ने 31 मई को मस्क के साथ राष्ट्रपति ऑफिस में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने मस्क को शानदार दोस्त बताया। ट्रम्प ने तब कहा था कि हम आपको याद रखेंगे। ट्रम्प ने मस्क को एक सुनहरी चाबी भी गिफ्ट की थी और कहा था कि ये देश की तरफ से शुक्रिया के तौर पर दी जा रही है।

इसके बाद मस्क ने मंगलवार 3 जून को एक बार फिर ‘टैक्स और खर्च’ बिल की आलोचना की। मस्क का कहना था कि ये बिल सरकार के घाटे को बढ़ाएगा।

उन्होंने X पर लिखा था- मुझे खेद है, लेकिन मैं इसे और बर्दाश्त नहीं कर सकता। यह बेफिजूल और गैर जरूरी खर्चों से भरा बिल एक अपराध है। जिन्होंने इसके लिए वोट किया, उन्हें शर्मिंदगी महसूस करनी चाहिए।

मस्क और ट्रम्प के बीच पहले भी मतभेद रहे हैं, ऐसे 5 मौके

1. मस्क नाराज, क्योंकि xAI को UAE में डेटा सेंटर का कॉन्ट्रैक्ट नहीं मिला

OpenAI ने 22 मई को UAE में एक बड़ा AI डेटा सेंटर बनाने का कॉन्ट्रैक्ट जीता था। मस्क की कंपनी xAI ने भी सौदे में शामिल होने की कोशिश की थी, लेकिन वे नाकाम रहे। अपनी विरोधी कंपनी को कॉन्ट्रैक्ट मिलने के बाद मस्क ने ट्रम्प के सलाहकार डेविड सैक्स और बाकी अधिकारियों की निष्पक्षता पर सवाल उठाए थे।

2. ट्रम्प की टीम नाराज, क्योंकि 100 मिलियन डॉलर का वादा किया, दिए नहीं

मस्क ने 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में ट्रम्प के लिए 250 मिलियन डॉलर खर्च किए थे। उन्होंने 2026 के मिडटर्म इलेक्शन से पहले ट्रम्प की टीम को 100 मिलियन डॉलर देने का वादा किया था, लेकिन अभी तक यह रकम नहीं दी गई, जिससे ट्रम्प के कई सहयोगी नाराज हैं।

3. मस्क को पेंटागन की सीक्रेट जानकारी देने की खबर से सरकार की किरकिरी

न्यूयॉर्क टाइम्स ने 20 मार्च 2025 को अपनी रिपोर्ट में दावा किया कि मस्क को पेंटागन में चीन के साथ संभावित जंग को लेकर 21 मार्च को एक टॉप सीक्रेट ब्रीफिंग दी जाने वाली है। यह ब्रीफिंग ‘द टैंक’ नाम के एक स्पेशल रूम में दी जाने वाली थी।

यह खबर लीक होते ही ट्रम्प नाराज हो गए। उन्होंने इस खबर को फेक बताया। ट्रम्प ने कहा कि मस्क का चीन में कारोबार है। उन्हें किसी भी हाल में चीन से जुड़ी सीक्रेट जानकारी नहीं दी जाएगी।

हालांकि मस्क 21 मार्च को पेंटागन गए, लेकिन वे ‘द टैंक’ रूम में न जाकर रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ के ऑफिस गए। कहा गया कि इस बैठक में चीन पर कोई चर्चा नहीं हुई, बल्कि DOGE को लेकर प्लान बने।

इसके बाद पेंटागन ने मस्क के द टैंक में होने वाली ब्रीफिंग को लेकर जांच शुरू की। इसमें पेंटागन के अधिकारियों का पॉलीग्राफ टेस्ट हुआ। इसके बाद दो सीनियर अधिकारियों डैन काल्डवेल और डैरिन सेल्निक को पेंटागन से बाहर निकाल दिया गया।

4. कैबिनेट मीटिंग में मिनिस्टर रुबियो से भिड़े, ट्रम्प ने मंत्री का बचाव किया

ट्रम्प की मौजूदगी में 8 मार्च की कैबिनेट मीटिंग में स्टाफ कटौती के मुद्दे पर मस्क और विदेश मंत्री मार्क रुबियो के बीच बहस हुई थी। मस्क ने विदेश मंत्री पर आरोप लगाया कि वे स्टाफ की संख्या में कटौती नहीं कर पाए हैं।

रुबियो ने इससे इनकार किया। जब दोनों के बीच बहस तेज हो गई तो ट्रम्प ने रुबियो का बचाव किया और कहा कि वे बहुत अच्छा काम कर रहे हैं।

यह पहली बार था जब मस्क और किसी बड़े नेता का विवाद हुआ जिसमें ट्रम्प ने उनका साथ नहीं दिया।

5. कतर दौरे पर मस्क को आम मेहमानों की तरह लाइन में खड़ा होना पड़ा

ट्रम्प जब दूसरी बार ऑफिस में आए तो उन्होंने मस्क को बेहिसाब ताकत दी। उनकी पहुंच हर विभाग में थी। ट्रम्प जब व्हाइट हाउस में किसी विदेशी नेता से मिलते थे तो मस्क एक सलाहकार की तरह उनके साथ रहते थे।

मस्क के कहने पर ट्रम्प ने सरकारी दफ्तरों में कई सख्त नीतियां लागू कीं। जैसे सरकारी कर्मचारियों को हर हफ्ते अपनी टॉप 5 उपलब्धियां बताने का नियम (जो बाद में रक्षा विभाग ने हटा दिया)। कुछ समय बाद में दोनों के संबंधों में गिरावट आने लगी।

मस्क 14 मई को कतर दौरे पर ट्रम्प के साथ गए थे। वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक मस्क को यहां पर एक रिसेप्शन के दौरान आम मेहमानों की तरह लाइन में खड़ा होना पड़ा था।

ट्रम्प सरकार में मस्क के 4 फैसले, जिनका विरोध हुआ

  • मस्क की DOGE टीम ने ट्रेजरी डिपार्टमेंट और सोशल सिक्योरिटी एडमिनिस्ट्रेशन के डेटा तक पहुंच हासिल की, इसे नेशनल सिक्योरिटी के लिए खतरा बताया गया।
  • मस्क ने 56,000 सरकारी कर्मचारियों की छंटनी की। इसके खिलाफ 75,000 कर्मचारियों ने स्वैच्छिक बायआउट स्वीकार किया।
  • मस्क ने ईमेल भेजकर सरकारी कर्मचारियों से उनके काम का हिसाब मांगा, जिसे कई गवर्नमेंट एजेंसियों ने नजरअंदाज करने को कहा।
  • USAID और वॉयस ऑफ अमेरिका जैसी एजेंसियों को बंद करने की कोशिश की। इनकी फंडिंग या तो रोक दी गई या उसमें भारी कटौती की गई।

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