आज यानि 5 जून को अयोध्या में एक ऐतिहासिक क्षण साकार हुआ, जब पहली बार पूरी दुनिया ने श्रीराम जन्मभूमि पर बने भव्य राम मंदिर के राम दरबार के दर्शन किए। इस दिव्य अवसर पर मंदिर परिसर में राम दरबार सहित सात अन्य मंदिरों की विधिवत प्राण प्रतिष्ठा की गई।
के साथ धार्मिक अनुष्ठान की शुरुआत हुई। 101 विद्वान आचार्यों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मूर्तियों को चेतन कर स्नान, पूजन और प्रतिष्ठा की विधि संपन्न की। जिन आठ मूर्तियों को एक दिन पहले शैय्याधिवास कराया गया था, उन्हें आज चेतन किया गया।
मुख्य कार्यक्रम अभिजीत मुहूर्त और स्थिर लग्न में हुआ, जिसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। मंदिर परिसर को अत्यंत भव्यता से सजाया गया था और वातावरण वेद ध्वनि से गुंजायमान था।
राम मंदिर के प्रथम तल पर स्थित राजदरबार में आज श्रीराम अपने दरबार सहित विराजमान हुए। साथ ही, मंदिर का दिव्य स्वर्णमंडित मुख्य शिखर भी आज विधिवत पूजित होकर पूर्ण हुआ। इस आयोजन के साथ राम मंदिर अब पूर्ण रूप से भक्तों के लिए सज्ज हो गया है।
इस शुभ अवसर पर कुल 21 मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की गई, जिनमें शामिल हैं –
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ईशान कोण में शिवलिंग
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अग्निकोण में श्रीगणेश
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दक्षिण मध्य में महाबली हनुमान
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नैऋत्य कोण में सूर्यदेव
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वायव्य कोण में मां भगवती
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उत्तर मध्य में मां अन्नपूर्णा
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मुख्य मंदिर प्रथम तल पर श्रीराम दरबार
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दक्षिण पश्चिम परकोटा में शेषावतार मंदिर
यह आयोजन सिर्फ एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक आस्था और गौरव का भव्य प्रदर्शन भी था, जिसे दुनिया भर में लाइव प्रसारित किया गया।