भूलकर भी घर की इस दिशा में ना रखें ये चीजें, वरना मां लक्ष्मी उल्टे पांव लौट जाएंगी

Vastu Tips For Home: संसार में हर मनुष्य यही चाहता है कि उसके जीवन में किसी भी प्रकार की परेशानी उत्पन्न ना हो। लोग अपने जीवन को हंसी खुशी जीना चाहते हैं। लोग अपने जीवन को खुशहाल बनाने के लिए दिन-रात कड़ी मेहनत करते हैं। लेकिन कहा जाता है कि यदि घर में वास्तु दोष हो, तो इसकी वजह से घर में रह रहे लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वास्तु शास्त्र में दिशाओं का बहुत महत्व है। हर दिशा अपना विशेष स्थान रखती है।

वास्तु शास्त्र के मुताबिक, वस्तुओं को रखने की दिशा भी निर्धारित की गई है। इसके साथ ही वास्तु शास्त्र में यह भी बताया गया है कि गलत दिशा में वस्तुएं रखने से घर में नकारात्मक शक्तियों का वास होने लगता है, जिसके कारण व्यक्ति को बुरे परिणाम का सामना करना पड़ सकता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की पश्चिम दिशा में वरुण देव के साथ शनि देव का भी आधिपत्य होता है।

ऐसे में पश्चिम दिशा में वास्तु संबंधी दोष होता है, तो उसका परिणाम व्यक्ति को झेलने पड़ते हैं। आज हम आपको पश्चिम दिशा में क्या करना शुभ और क्या करना अशुभ होता है, इसके बारे में बताने जा रहे हैं।

रसोई घर

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की पश्चिम दिशा में रसोई घर नहीं होना चाहिए, क्योंकि वास्तु शास्त्र में यह बताया गया है कि इस दिशा में रसोई घर होने से आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। व्यक्ति के जीवन में आर्थिक तंगी लगी रहती है।

मुख्य द्वार

घर का मुख्य द्वार पश्चिम दिशा की तरफ नहीं होना चाहिए, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इस दिशा में मुख्य द्वार होने से घर पर पैसे नहीं टिकते हैं। वास्तु शास्त्र के मुताबिक इस दिशा में द्वार होने से व्यक्ति को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं बल्कि फिजूलखर्ची भी बढ़ सकती है।

पानी की टंकी

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर कि दक्षिण-पश्चिम दिशा में भूमिगत पानी की टंकी नहीं रखना चाहिए क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इससे घर में वास्तु दोष बढ़ सकता है। आप इस दिशा में ऊपर की ओर टंकी बनवाएं, इससे सकारात्मक ऊर्जा संतुलित रहती है।

घर की ढलान

ऐसा माना जाता है कि घर की ढलान पश्चिम दिशा की तरफ नहीं होना चाहिए। यदि आप अपना घर बनवा रहे हैं, तो उस दौरान आपको इस बात का ध्यान जरूर रखना होगा कि पश्चिम दिशा में स्थानों की ऊंचाई अन्य स्थानों से कम हो।

पानी का निकास

वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि घर का पानी का निकास स्थान पश्चिम दिशा में बिल्कुल भी नहीं होना चाहिए। अगर ऐसा होता है तो इसके कारण घर के लोगों में कोई ना कोई बीमारी बनी रहती है। ऐसी मान्यता है कि अगर इस बात का ध्यान नहीं रखा जाए तो इसके कारण परिवार के लोगों को कोई ना कोई बीमारी लगी रहती है या हो सकता है कि आपको लंबी बीमारी से जूझना पड़े।

Disclaimer:- यहां पर दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। दैनिक भास्कर इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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