मध्यप्रदेश : मंत्री ने कोविड सेंटर के लिए निकाली डॉक्टर की वैकेंसी, अपनी जेब से देंगे इतने लाख सैलरी

मध्यप्रदेश के अस्पतालों में स्टाफ की कमी होने लगी है। प्रदेश सरकार के मंत्री गोपाल भार्गव ने अपने क्षेत्र गढ़ाकोटा में कोविड सेंटर के लिए विशेषज्ञ डाॅक्टर के लिए वैकेंसी निकाली है। दो लाख रुपए खुद सैलरी देने की बात कही है। उधर, प्रदेश में बेड, ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी पूरी नहीं हो पा रही है। लगातार बढ़ते संक्रमण से व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं। इंदौर और जबलपुर में रेमडेसिविर बेचते 3 डाॅक्टरों को गिरफ्तार किया गया है।

प्रदेश के 4 बड़े शहरों में 24 घंटे में 5,537 नए केस आए हैं। 26 मरीजों की मौत हुई है। इंदौर में सबसे ज्यादा 1,782 नए केस आए हैं, जबकि 6 ने दम तोड़ दिया। भोपाल में भोपाल 1,753 संक्रमित सामने आए, 5 की मौत हुई है। ग्वालियर में सबसे ज्यादा संक्रमण दर 39% पर है। यहां 24 घंटे में 1,196 संक्रमित आए और 7 की मौत हुई। जबलपुर में 806 नए संक्रमित मिले और सबसे ज्यादा सरकारी रिकाॅर्ड में यहां 8 मौतें हुईं।

भोपाल के भेल में ऑक्सीजन सिलेंडर लेने के लिए लगी वाहनों की लंबी लाइन।

भोपाल के भेल में ऑक्सीजन सिलेंडर लेने के लिए लगी वाहनों की लंबी लाइन।

भेल में ऑक्सीजन के लिए लंबी लाइन
भोपाल के भेल के गेट नंबर-6 पर गुरुवार को सैकड़ों वाहन ऑक्सीजन सिलेंडर भरवाने खड़े रहे। दोपहर में तो टैंकरों की एक किलोमीटर लंबी लाइन लग गई। एक व्यक्ति को सिर्फ 10 सिलेंडर भरकर दिए गए। कई को खाली हाथ भी लौटना पड़ा। यहां सिलेंडर भरवाने पहुंचे लोगों में कुछ इटारसी और शाजापुर से भी आए थे। इनमें सिर्फ अस्पताल के कर्मचारी ही नहीं, मरीजों के रिश्तेदार, बहन और बेटी शामिल थीं। भेल का ये प्लांट 24 घंटे काम कर रहा है और रोज 2 से 2.5 टन ऑक्सीजन सप्लाई कर रहा है।

भोपाल: 1753 नए संक्रमित आए, साढ़े 4 हजार बेड पर ऑक्सीजन वाले मरीज
यहां 24 घंटे में 1,753 नए संक्रमित आए और 5 की मौत हुई है। लगातार आंकड़े बढ़ने से इंजेक्शन और ऑक्सीजन की कमी बनी हुई है। शहर के अलग-अलग अस्पतालों के ICU और ऑक्सीजन सपोर्ट वाले 4,771 से ज्यादा बेड पर मरीज भर्ती हैं। 100 टन ऑक्सीजन रोज की जरूरत है, लेकिन 80 टन ही सप्लाई हो पा रही है।

इंडेक्स अस्पताल में ये कतार रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए है। हर दिन शाम को इंजेक्शन आते हैं। मरीजों के परिजन दोपहर 1 बजे से लाइन में बैठ जाते हैं।

इंडेक्स अस्पताल में ये कतार रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए है। हर दिन शाम को इंजेक्शन आते हैं। मरीजों के परिजन दोपहर 1 बजे से लाइन में बैठ जाते हैं।

इंदौर: रेमडेसिविर के लिए लाइन, डॉक्टर ही कर रहे कालाबाजारी
शहर में 24 घंटे में 1,782 नए केस मिले हैं, जबकि 6 की मौत हुई है। यह लगातार तीसरा दिन है जब 1,700 से ज्यादा संक्रमित मिले। एक दिन पहले 1,781 संक्रमित मिले थे और 10 की मौत हुई हुई थी। एक्टिव केस 12,425 हैं, यानी इतने मरीजों का इलाज चल रहा है।

इंदौर में कोरोना पीड़िता को दो इंजेक्शन के नकली बिल बनाकर 60,000 में बेचने वाले मयूर हॉस्पिटल के असिस्टेंट ड्यूटी डॉक्टर आमिर खान और एक एमआर इमरान खान को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वहीं, मरीजों को इंजेक्शन के लिए लाइन लगाना पड़ रहा है।

ग्वालियर: 12 सौ के करीब मिले संक्रमित
यहां 3,878 सैंपल की जांच में 1,196 नए संक्रमित मिले हैं। 7 कोविड मरीजों की मौत भी हुई है। यहां संक्रमण दर 39% पर बनी हुई है, जो सबसे ज्यादा चिंताजनक है। प्रदेश की संक्रमण दर से यह 14% ज्यादा है।

रात में भी होने लगा अंतिम संस्कार, वेदी कम पड़ी तो रास्ते पर चिता
ग्वालियर में लक्ष्मीगंज मुक्तिधाम पर काेविड मृतकाें के अंतिम संस्कार का दबाव बढ़ गया है। यहां एक ही दिन में 20 से अधिक शवाें के अंतिम संस्कार हाे रहे हैं। गुरुवार काे यहां 22 चिताएं जलीं। शाम 4:30 बजे यहां 8 चिताएं जमीन पर जल रही थीं और 12 शव का अंतिम संस्कार गैस शवदाह गृह में किया गया। यहां अब रात में भी मृतकाें के अंतिम संस्कार किए जा रहे हैं। वेदी और उनके नीचे जगह कम पड़ी तो 8 शवों के अंतिम संस्कार रास्ते पर चिता बनाकर किए गए।

जबलपुर: सबसे ज्यादा मौतें, डॉक्टर मरीज का रेमडेसिविर चुरा कर बेच रहे थे
यहां 3,020 मरीजों के सैंपल में 806 संक्रमित मिले। संक्रमण दर 30% से ज्यादा है। पूरे प्रदेश में 24 घंटे में सरकारी रिकाॅर्ड में सबसे ज्यादा यहां 8 मौतें हुई हैं। एक्टिव केस 6,742 हो गए हैं। हालांकि, 553 मरीज ठीक भी हुए हैं।

जबलपुर STF ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की। शहर के दो निजी अस्पताल आशीष और मेडीसिटी के दो डॉक्टरों समेत पांच लोगों को रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने के आरोप में गिरफ्तार किया। आरोपी मरीजों का इंजेक्शन चुरा कर 19,000 रुपए में दूसरों को बेचते थे।

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