
-गिलास व सल्फाश की गोलियों के पैकेट मौके पर पड़े थे
-गुमशुदगी न दर्ज करने पर देवराहट एसएचओ सस्पेंड
कानपुर देहात। गर्भवती बहन की मदद के लिए सुनीता उसकी ससुराल गई थी। वहां रहकर बहन की देखभाल की जिम्मेदारी निभाने के दौरान जीजा से प्रेम प्रसंग शुरु हो गया। कुछ ही दिनों में दोनों के बीच मोहब्बत परवान चढऩे लगी तो इसकी खबर परिजनों को लग गई। नाबालिग बहन से इश्क लड़ाने में पत्नी ने विरोध किया तो घर में झगड़ा शुरु हो गया। बात दोनों के परिजनों तक पहुंची। साली को बहन की ससुराल से बुला लिया गया। साथ ही जीजा साली के मिलने पर पाबंदी लगा दी गई। नाबालिग साली को उससे चचेरे चाचा के पास देवराहट भेज दिया गया। ये जानकारी करके जीजा वहां भी पहुंच गया। दोनों घर जाने के बहाने 25 सितंबर को साथ निकले फिर घर नहीं पहुंचे। दो अक्तूबर को मूसानगर के पास जंगल में दोनों के शव पड़े मिले। युवक के जेब में मिले आधार कार्ड से शिनाख्त हुई।
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25 सितंबर से लापता थे दोनों
मूसानगर के किशवा दुरौली गांव के पास जंगल में दो अक्तूबर को खरतला राजपुर के रहने वाले उमाकांत (23) व उसकी साली सुनीता (16) के शव पड़े मिले थे। शव कई दिन पुराने होने से सड़ गल चुके थे। उनके शवों को जंगली जानवरों ने भी खाया था। पुलिस ने छानबीन के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे। छानबीन में सामने आया कि 25 सितंबर को उमाकांत अपनी साली से मिलने देवराहट पहुंचा था। वहां साली सुनीता ने अपने घर किशवा दुरौली जाने की जिद की और जीजा उमाकांत के साथ निकल गई। शाम तक वह नहीं पहुंची तो परिजनों ने खोजबीन शुरु की। कुछ पता नहीं चला। दो अक्तूबर को किशवा दुरौली गांव के बाहर जंगल के शव मिले।
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तहरीर दबाकर बैठ गए थे एसएचओ देवराहट
घटना के बाद उमाकांत के पिता महावीर ने बताया कि उनका बेटा 11 दिनों से लापता था। उसने कहा कि आशंका है कि बेटे की हत्या की गई है। हालाकि पुलिस की छानबीन में आत्महत्या की बात सामने आ रही है। 25 सितंबर की शाम तक सुनीता जब अपने घर नहीं पहुंची तो उसके चाचा ने पुलिस को सूचना दी। देवराहट पुलिस ने उस लिखित सूचना को गंभीरता से नहीं लिया। उन्होंने न ही अन्य किसी को इसके बावत जानकारी दी। लापरवाही की हद पार करते हुए उन्होंने मामले में गुमशुदगी भी दर्ज नहीं की। वहीं उमाकांत की पत्नी ने मूसानगर थाने में पति के लापता होने की सूचना दी थी। मूसानगर पुलिस ने भी इसे गंभीरता से नहीं लिया। अगर पुलिस इन सूचनाओं को गंभीरता से लेती तो शायद घटना होने से बच जाती। इस लापरवाही पर एसपी श्रद्धा नरेंद्र पांडेय ने देवराहट के एसएचओ सुनील तिवारी को निलंबित कर दिया है।
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बयान-
इस घटना में देवराहट क्षेत्र से लडक़ी लापता हुई थी। एसएचओ को इसकी तहरीर दी गई थी। उन्होंने सूचना दर्ज नहीं की साथ ही नाबालिग के लापता होने की घटना को गंभीरता से नहीं लिया। इस पर उन्हें निलंबित कर दिया गया है। ये प्रेम प्रसंग का मामला था। दोनों ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली है।-श्रद्धा नरेंद्र पांडेय, एसपी
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