
– आधी रात इश्क लड़ाने गया था, गिफ्ट में मिली मौत- तीसरे की इंट्री से कुछ दिन पहले युवती से हुआ था विवाद
- लाश मिलने के बाद माशूका के परिजन घर छोड़कर फरार
कानपुर। मुस्लिम माशूका की जिंदगी में नये आशिक की घुसपैठ हो चुकी थी। बावजूद, पुराना इश्क कायम था। घुसपैठ की चुगली हुई तो मोहब्बत में मनमुटाव होने लगा था। चोरी-चुपके मुलाकातों के जरिए रिश्तों की मरम्मत जारी थी, लेकिन पहरेदारों की निगाह चढ़ी हुई थीं। इसी कारण कुछ महीने पहले माशूका के बाप-भाई से झगड़ा भी हुआ था। बीती रात बिजली गुल हो गई तो परिजनों समेत छत पर था। आधी रात लाइट आई तो घर वाले कमरों में घुस गए, लेकिन वह धीरे से इश्क लड़ाने निकल गया। सुबह बिस्तर खाली दिखा तो खोजबीन हुई। मोबाइल पर रिंग बज रही थी, लेकिन जवाब लापता था। इसी दरमियान, मार्निंग वॉक पर गए पड़ोसी के जरिए सूचना मिली कि, सेना के जंगल में पेड़ से लाश लटकी हुई है।
दो साल से पड़ोसी के साथ मोहब्बत थी
लालबंगला के ओमपुरवा में नई बस्ती के संतोष गुप्ता के परिवार में पत्नी अंजू के अलावा दो बेटे शिवम और कृष हैं। शिवम गुप्ता का कमलेश टेंट हाउस के नाम से कारोबार है। शिवम के साथ छोटा भाई 20 वर्षीय कृष भी कारोबार में सहयोग करता था। शिवम के मुताबिक, पड़ोसी मुस्लिम परिवार की लड़की के साथ कृष के दो साथ से प्रेम संबंध थे। कई मर्तबा समझाने के बावजूद, दोनों ने रिश्तों को खत्म नहीं किया। दावा है कि, अक्सर मौका मिलने पर लड़की के बुलाने पर कृष उसके घर पहुंच जाता था। कुछ महीने पहले मुस्लिम परिवार को मोहब्बत की भनक लगी तो विवाद भी हुआ था। इसके बाद खुलेआम मिलने-जुलने पर पाबंदी हुई, लेकिन चोरी-चुपके मुलाकातों का दौर नहीं थमा था।
इश्क में घुसपैठ के बाद मान-मनौव्वल
मोहल्ले में चर्चा है कि, एक सप्ताह पहले कृष को मालूम हुआ कि, उसकी प्रेमिका किसी और के साथ मोबाइल पर गुफ्तगू करती है। इसी कारण दोनों के बीच मनमुटाव हुआ तो आशिकी ने अपने प्रेमी को समझाने का तमाम जतन किया। इधर-उधर मुलाकात जल्दी-जल्दी होने लगी थीं। शिवम ने बताया कि, बीती बात बिजली लापता था, इस कारण सभी लोग छत पर टहल रहे थे। रात करीब साढ़े तीन बजे लाइट आई तो घर के सदस्य अपने-अपने कमरों में चले गए, लेकिन कृष ऊपर ही टहलता रहा। सुबह सभी करीब साढ़े छह बजे परिजन जागे तो कृष अपने बिस्तर पर नहीं था। मोबाइल पर कॉल लगाई तो रिंग बजी, लेकिन रिसीव नहीं हुई। काफी तलाश के बाद भी पता नहीं चला तो जाजमऊ थाने की शिवगोदावरी पुलिस चौकी पर शनिवार सुबह 10.30 बजे गुमशुदगी दर्ज कराई। इसी दौरान मार्निंग वॉक से लौटे इलाके के रितिक जायसवाल ने बताया कि, घर के पास करीब सौ मीटर दूर सेना के जंगल मे कृष की लाश पेड़ से लटकी दिखी है।
दुपट्टे के सहारे फंदा, मुस्लिम परिवार फरार
मौके पर परिजन पहुंचे तो एक पेड़ पर दुपट्टे के फंदे के सहारे कृष की लाश लटकी हुई नजर आई। पास में ईंट का चट्टा था, लेकिन इतना दूर कि फांसी लगाना मुमकिन नहीं था। करीब ही कृष की चप्पल इधर-उधर बिखरी थी। मौके पर कुछ डंडे पड़े थे, लाश से कुछ मीटर की दूरी पर मोबाइल भी कुचला पड़ा था, लेकिन बंद नहीं हुआ था। शिवम ने आरोप लगाया कि देर रात पड़ोसी लड़की के बुलावे पर भाई दीवार लांघकर छत पर गया होगा। बातचीत के दरमियान, युवती के परिजनों ने भाई को पकड़ने के बाद जंगल में बेरहमी से पीटा और हत्या करने के बाद लाश को फंदे से लटका दिया है। खबर है कि, कृष की मौत के बाद मुस्लिम परिवार ताला लगाकर फरार हो गया है। शिवम की तहरीर पर जाजमऊ थाने में युवती के परिजनों रमजान उर्फ नामू, आकिब अब्बासी, वसीम, जुनैद, शोएब, इकराम, इमरान और साबिर के नाम एफआईआर लिखी गई है।