मौसम अपडेट : भीषण गर्मी की मार झेल रही दिल्ली में मौसम बदला, लोगों को मिली राहत

नई दिल्ली । देश के आधे से ज्यादा राज्यों में मानसून ने अपनी दस्तक दे दी है। वहीं कुछ राज्यों में प्री-मॉनसून की बारिश हो रही है, जिससे लोगों को भीषण गर्मी और लू से राहत मिली है। मौसम विभाग की मानें तो  कर्नाटक, तमिलनाडु, गुजरात, महाराष्ट्र और गोवा में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं बिहार और झारखंड में मंगलवार को भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा पंजाब, हरियाणा और राजस्थान कुछ हिस्सों में अभी भी हीटवेव का प्रकोप जारी है।


भीषण गर्मी की मार झेल रही दिल्ली में मौसम बदल गया है और प्री-मॉनसून की बारिश शुरू हो गई हैं, जिससे लोगों को भीषण गर्मी और लू से राहत मिली है। मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली में  29 जून तक गरज-चमक के साथ हल्की बारिश होने के आसार हैं। इस दौरान बादलों की आवाजाही बनी रहेगी।


मौसम विभाग का कहना है कि दिल्ली में मानसून के आने के बाद भीषण गर्मी से पूरी तरह राहत मिलेगी। मौसम विभाग के मुताबिक इस पूरे हफ्ते दिल्ली का अधिकतम तापमान 39 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है और न्यूनतम तापमान 28 से 31 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान के मुताबिक अगले 24 घंटों में तटीय कर्नाटक और केरल में धीमी से भारी बारिश हो सकती है। वहीं कोंकण और गोवा दक्षिण गुजरात बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश सिक्किम, लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में कहीं हल्की तो कहीं भारी बारिश हो सकती है।
मध्य महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, पूर्वी गुजरात, ओडिशा और पूर्वोत्तर भारत में हल्की बारिश हो सकती है। रायलसीमा, आंतरिक कर्नाटक, गंगीय पश्चिम बंगाल, बिहार, यूपी, झारखंड दक्षिणपूर्व राजस्थान में हल्की बारिश के आसार हैं। पश्चिमी विक्षोभ मध्य क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के रूप में है, जिसकी धुरी समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर ऊपर है, जो करीब 28 डिग्री अक्षांश के उत्तर और 68 डिग्री पूर्वी देशांतर के साथ चल रही है। वहीं उत्तर-पश्चिम राजस्थान और उससे सटे पाकिस्तान पर एक चक्रवाती तूफान का दबाव बना हुआ है। 

इसके अलावा पूर्वी यूपी पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। वहीं पूर्वी राजस्थान से मणिपुर तक उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश, दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, मेघालय और दक्षिण असम से होते हुए एक पूर्व-पश्चिम गर्त समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर ऊपर है। असम पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।

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