यूपी पंचायत चुनाव में अपराधियों और हिस्ट्रीशीटरों का बोल बाला, अब परिजन भी उतरे चुनावी मैदान में…

उत्तर प्रदेश की राजनीति में आपराधिक छवि के नेताओं का किस तरह का बोल-बाला है इसका ताजा उदाहरण आप हाल में चल पंचायत चुनाव में देख सकते हैं। पूर्वांचल के दस जिलों में 100 से अधिक अपराधियों या हिस्ट्रीशीटरों के परिजन चुनावी मैदान में उतरे हैं। अपराधियों और हिस्ट्रीशीटरों के राजनीतिक दखल का नमूना पंचायत चुनाव में सामने आने लगा है।

खबरों के मुताबिक गाजीपुर, वाराणसी, चंदौली, मिर्जापुर, सोनभद्र समेत प्रमुख जिलों से पुलिस को मिली सूची के बाद सभी की निगरानी शुरू कर दी गई है, इसमें सर्वाधिक गाजीपुर के आपराधिक छवि वालों के परिजन शामिल हैं। गाजीपुर में 14 हिस्ट्रीशीटरों के परिजन चुनावी मैदान में हैं। 

वाराणसी मंडल में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में राजनीतिक दलों ने अपने पत्ते खोल दिए हैं। उनकी सूची के बाद टिकट पाने वाले कुछ नामांकन कर चुके हैं और कुछ तैयारी में हैं। इसके अलावा पांच सजायाफ्ता अपराधी अपने परिवार की महिलाओं को चुनाव के मैदान में उतार रहे हैं, जिन्होंने नामांकन का पर्चा भी खरीद लिया है।

खबरों के मुताबिक, प्रदेश के शीर्ष अपराधियों में शामिल गाजीपुर के शूटरों के परिजन भी चुनाव में अपने चहेतों को समर्थन दे रहे हैं। वहीं माफिया मुख्तार अंसारी के एक दर्जन से अधिक करीबी प्रधानी के मैदान में उतरेंगे। इसमें सर्वाधिक मुहम्मदाबाद और भांवरकोल ब्लाक क्षेत्र के उम्मीदवार हैं।

मिर्जापुर में तीन, जौनपुर में सात, बलिया में दो, भदोही में तीन, मऊ में चार अपराधियों के परिजनों ने पर्चा खरीदा है। पुलिस विभाग के सूत्रों की मानें तो अब तक कई मामलों में नामजद 100 से अधिक अपराधियों के परिजनों के नाम सामने आए हैं। जिसमें लगभग 50 गाजीपुर से हैं। खुफिया विभाग की रिपोर्ट पर इन सभी की निगरानी शुरू कर दी गई है। आईजी और एडीजी कार्यालय से भी प्रतिदिन इसकी रिपोर्ट मांगी जा रही है। सोनभद्र, बलिया, गाजीपुर, मऊ, जौनपुर, आजमगढ़, भदोही, मिर्जापुर और चंदौली में शासन की ओर से अपराधियों और हिस्ट्रीशीटर पर बिंदुवार विवरण मांगा है।

गोपीनाथ सोनी, एसपी सिटी, गाजीपुर कहते हैं कि जिले में हिस्ट्रीशीटर, जिलाबदर और आपराधिक गतिविधियों में शामिल लोगों की सूची खुफिया विभाग ने तैयार की है। अभी नामांकन तो नहीं हुआ लेकिन दावेदारी के आधार पर कई नाम सामने आए हैं। चुनाव को धनबल या बाहुबल से प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा। गाजीपुर में लगभग 50 की सूची तैयार की गई है जिन्हें थानास्तर पर मॉनीटर किया जा रहा है। खबर साभार : जनज्वार

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