योगी ने बनाया कीर्तिमान संपूर्णानंद का तोड़ा रिकार्ड…किसी सीएम का आठ साल तक नही कार्यकाल



-लंबा कार्यकाल पूरा करने वाले योगी पहले मुख्यमत्री
-दूसरा कार्यकाल पूरा करने की अग्रसर सीएम योगी
-2022 में पहली बार लड़े विधानसभा का चुनाव

योगेश श्रीवास्तव
लखनऊ। देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए योगी आदित्यनाथ ने आठ साल पूरे करके सबसे लंबे कार्यकाल तक इस पद पर बन रहने का रिकार्ड बनाने के साथ अपने सभी पूर्ववती मुख्यमंत्रियों को पीछे छोड़ दिया है। आजादी के बाद से अब तक 21 राजनेताओं को इस पद पर रहने का मौका मिला। जिनमें कई को दो से चार बार सीएम बनने का मौका मिला। जिसमें अकेले मायावती और अखिलेश यादव ही ऐसे दो मुख्यमंत्री हुए जिन्होंने पूर्णबहुमत के आधार पर पांच साल का पूरा किया। प्रदेश के दूसरे मुख्यमंत्री रहे डा. संपूर्णानंद पांच वर्ष 345 दिन तक इस पद पर रहे। यह अवधि उन्होंने दो कार्यकाल में पूरी की। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का शुमार जहां अपना कार्यकाल पूरा करने वाले चार मुख्यमंत्रियों में से एक है। तो उनके साथ अब एक रिकार्ड यह भी जुड़ गया है कि प्रदेश के ऐसे पहले मुख्यमंत्री हो गए है जो सबसे लंबे समय तक इस पद पर बने हुए है।

 योगी आदित्यनाथ भाजपा के ऐसे पहले मुख्यमंत्री है जिन्होंने अपना पहला पांच साल का कार्यकाल पूरा करने बाद दूसरे कार्यकाल के भी तीन पूरे कर लिए है। पहला और अब तक का कार्यकाल मिलाकर मुख्यमंत्री पद पर वे आठ साल पूरे कर चुके है। योगी आदित्यनाथ से पहले भाजपा के तीन मुख्यमंत्री हुए जिनमें कल्याण सिंह को दो बार तथा रामप्रकाश और राजनाथ को एक-एक बार ही इस पद पर रहने का मौका मिला। कल्याण सिंह दो बार सीएम रहने के बाद भी पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए। सीएम योगी की गिनती उन नेताओं में होती है जिनके नेतृत्व में प्रदेश में किसी पार्टी की दूसरी बार सरकार बनी है। 2022 से पहले २०१७ का विधानसभा का चुनाव उन्हीं के नेतृत्व में लडा़ गया था। 

एक मामले सीएम योगी और अखिलेश यादव में समानता है कि दोनों ने अपना पहला कार्यकाल विधानपरिषद की सदस्य की हैसियत से पूरा किया था। जबकि २०२२ के विधानसभा चुनाव में योगी आदित्यनाथ ं पहली बार वे गोरखपुर मदर से निर्वाचित होकर विधानसभा पहुंचे और दुवारा सीएम बने। 2022 में योगी आदित्यनाथ और अखिलेश यादव दोनों ही पहली बार विधानसभा चुनाव लड़े थे। 2022 का ऐसा विधानसभा चुनाव था जिसमें मुख्यमंत्री पद के दी उम्मीदवार चुनाव में थे दोनों जीते लेकिन एक सीएम बनने का मौका मिला तो दूसरे के हिस्से में नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी आई। २०२४ में कन्नौज से निर्वाचित होने के बाद अखिलेश यादव ने नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी छोड़ दी थी। 2022 में दूसरी बार सरकार बनाने के साथ योगी ने एक रिकार्ड यह भी बनाया कि ३७ साल बाद किसी पार्टी को सरकार बनाने काा मौका मिला था। इससे पूर्व 1980 फि र 1985 में कांग्रेस की नारायण दत्त तिबारी नेतृत्व में सरकार बनी श्री। 25 मार्च 2022 को जब योगी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली तो उन्होने नारायण दत्त तिवारी का ३७ साल पुराना रिकार्ड दुहरा दिया।
 
नोएडा से जुड़ी भ्रांति को भी तोड़ा
योगी आदित्यनाथ के नेतृत्य और चेहरे पर 2022 का विधानसभा चुनाव लडक़र भाजपा ने 255 सीटें हासिल की थी। यह तीसरा चुनाव था जब भाजपा को पूर्णबहुमत से ज्यादा सीटें हासिल हुई। इससे पूर्व वर्ष 2017 में भाजपा को 317 तथा 1991 में 221 सीटें मिली थी। रिकार्ड दर्ज कराने के साथ ही वर्षों से चली आ रहीं भ्राति को खत्म किया कि मुख्यमंत्री रहते हुए जो राजनेता नोएडा जाता है उसके हाथ से सत्ता चली जाती है या फिर यह सत्ता में नहीं लौटता। जबकि योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री रहते हुए छह साल में दर्जनो ज्यादा बार नोएडा गए। जबकि पूर्ववर्ती रहे अखिलेश यादव नै नोएडा में होने वाले सारे उद्घाटन और शिलान्यास लखनऊ या फिर दिल्ली से किया करते थे।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें

महाकुम्भ में बना एक और महारिकॉर्ड योगी सरकार ने महाकुंभ के दौरान सबसे बड़े सफाई अभियान का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। CM Yogi : ‘हैरिंग्टनगंज’ नहीं ‘विष्णु नगर’ नाम बोले इस प्यार को क्या नाम दूं… फारुक अब्दुल्ला ने किए माता वैष्णो देवी के दर्शन