
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना वैक्सीनेशन के दूसरे फेज में टीका लगवाएंगे। दूसरे फेज में मोदी के साथ सभी मुख्यमंत्रियों को भी वैक्सीन दी जाएगी। मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है। कोरोना वैक्सीन को लेकर कुछ लोग सवाल उठा रहे हैं। कांग्रेस समेत विपक्ष के कुछ नेताओं ने कहा था कि प्रधानमंत्री को पहले खुद वैक्सीन लगवानी चाहिए थी।
पहले फेज का वैक्सीनेशन 16 जनवरी को शुरू हुआ था। इसमें 3 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीके लगने हैं। इसके बाद 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 50 साल से कम उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। दूसरा फेज कब शुरू होगा, अभी यह तय नहीं है।
मोदी ने कहा था- प्रोपेगैंडा से दूर रहें
कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत करते हुए मोदी ने कहा था, “आपको किसी तरह के प्रोपेगैंडा या दुष्प्रचार से बचकर रहना है। हमारे वैज्ञानिकों की दुनिया में बहुत विश्वसनीयता है। हमने यह विश्वास अपने ट्रैक रिकॉर्ड से हासिल किया है। आपको बहुत गर्व होगा कि दुनिया में जितने बच्चों को जीवनरक्षक टीके लगते हैं उनमें से 60% भारत में ही बनते हैं।
पिछले 5 दिन में 7.86 लाख हेल्थकेयर वर्कर्स को टीके लगे
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 5 दिन में वैक्सीनेशन के 14,119 सेशन हुए। इनमें 7 लाख 86 हजार 842 हेल्थकेयर वर्कर्स को वैक्सीन लगाई गई।
दूसरे चरण में ज्यादातर बड़े नेताओं को लग जाएगी वैक्सीन
कोरोना टीकाकरण अभियान के दूसरे चरण में ज्यादातर नेताओं को कोरोना की वैक्सीन लग जाएगी। ऐसा इसलिए क्योंकि दूसरे चरण के लिए जो आयु वर्ग निर्धारित किया गया है उसमें देश के 75 फीसदी सांसद, भारत सरकार के 95 फीसदी से ज्यादा कैबिनेट मंत्री, 76 फीसदी से ज्यादा राज्यों के मुख्यमंत्री और करीब 82 फीसदी राज्य मंत्री कवर हो सकते हैं।
पहले चरण में अबतक 7 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगी
सरकार ने कहा है कि वह टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने के लिए लगातार कोशिश कर रही है। अब तक कुल 7,86,842 लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है। बुधवार को 1,12,007 लोगों को वैक्सीन दी गई। सबसे ज्यादा 36,211 हेल्थ वर्कर्स को कर्नाटक में टीका लगाया गया। इसके बाद आंध्र प्रदेश में 22,548, महाराष्ट्र में 16,261 लोगों को पहली डोज दी गई।
छह महीने बाद एक्टिव केस 2 लाख से कम
कोराना संक्रमण के नए मामलों में कमी बरकरार है। 6 महीने 24 दिन बाद एक्टिव केस अब दो लाख से कम पर आ गए हैं। पिछले साल 11 अक्टूबर को ऐसे मामलों की संख्या 8,67,496 थी। यह अब 1,92,308 पर आ गई है। सरकार का कहना है कि लोगों में जागरूकता बढ़ने और कोरोना से बचाव के नियमों का पालन करने से नए केस लगातार कम हो रहे हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण के 15,223 नए केस सामने आए और 151 लोगों की जान पर कोरोना भारी पड़ा।














