
तीन मासूम बच्चों के सिर से उठा मां-बाप का साया
मितौली (खीरी)। गांव उमरापुर (ग्राम पंचायत करमानी, थाना मितौली क्षेत्र) में उस समय हड़कंप मच गया जब एक पति ने अपनी ही पत्नी का गला दबाकर हत्या कर दी और शव को बगीचे में फेंक दिया। प्रेम प्रसंग में उलझे इस मामले ने पूरे इलाके को सनसनी में डाल दिया है।
कैसे हुआ वारदात का खेल
जानकारी के मुताबिक, मृतका पिंकी वर्मा (30) करीब दो माह पहले अपने प्रेमी संतोष कुमार (ग्राम ढ़लिया, थाना रामकोट, जिला सीतापुर) के साथ तीन बच्चों को छोड़कर फरार हो गई थी। इस घटना से परिवार और गांव में आक्रोश फैल गया था। पति जगदीश ने पत्नी और प्रेमी पर पहले ही थाने में मुकदमा दर्ज कराया था।
बीते दिन जब पिंकी बच्चों को लेने अपने गांव लौटी, तभी पति जगदीश को भनक लग गई। जगदीश मौके पर पहुंचा और रास्ते में ही पिंकी का गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद उसने शव को पास के बगीचे में फेंक दिया।
ग्रामीणों ने शव देखा तो गांव में चीख-पुकार मच गई। पुलिस को सूचना दी गई।
सीओ मितौली जितेंद्र सिंह परिहार और कोतवाली प्रभारी रविन्द्र सोनकर मौके पर पहुंचे। शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेजा गया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी पति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
ऐसे शुरू हुआ पिंकी और संतोष का प्रेम
बताया जाता है कि संतोष कुमार गांव में जल निगम की पाइप डालने का काम करता था। इसी दौरान पिंकी और संतोष में मुलाकातें बढ़ीं। धीरे-धीरे नजदीकियां प्यार में बदल गईं और तीन बच्चों की मां पिंकी घर छोड़कर संतोष के साथ भाग गई थी।
तीन मासूमों का भविष्य अधर में
पिंकी और जगदीश के तीन बच्चे – मोहिनी (11), रोहित (8) और मोहित (6) – अब बेसहारा हो गए हैं। अब तक बच्चों की जिम्मेदारी पिता जगदीश निभा रहा था। मगर पिता के जेल चले जाने और मां की मौत के बाद इन मासूमों की परवरिश का सवाल बड़ा संकट बनकर खड़ा हो गया है। गांव में चर्चा है कि आखिर इन तीनों बच्चों का पेट भरेगा कौन और देखरेख करेगा कौन?