
कानपुर। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में नामचीन वकील के घर से ढाई करोड़ की चोरी करने वाला अभियुक्त जैसे-तैसे पकड़ में आय़ा था, लेकिन मौका मिलते ही वह कानपुर रेलवे स्टेशन से फिर लापता हो गया है। भोपाल पुलिस ने लापरवाही करते हुए स्थानीय पुलिस को सूचना दिये बगैर चोर को तलाशा और नाकाम होकर बैरंग भोपाल लौट गई। शनिवार को मध्यप्रदेश पुलिस के आग्रह पर यूपी पुलिस ने कानपुर के साथ रायबरेली में चोर की तलाश में टीमों को सक्रिय किया है।
भतीजी ने आशिक के साथ मिलकर कराई चोरी
जानकारी के मुताबिक, भोपाल के कोहेफिजा इलाके के निवासी वरिष्ठ अधिवक्ता आनंद पाराशर के घर सितंबर महीने के आखिरी दिनों में ढाई करोड़ रुपए की चोरी हुई थी। 6 अक्टूबर को भोपाल पुलिस ने घटना का पर्दाफाश करते हुए वकील की भतीजी अशोका गार्डन निवासी डॉली पाराशर के साथ गिरोह के मास्टरमाइंड सुभाष नगर निवासी 30 वर्षीय रवि विश्वकर्मा को गिरफ्तार किया था। रवि के कब्जे से 1.30 करोड़ का माल, जबकि डॉली के पास से 20 लाख रुपए का माल बरामद हुआ था। पूछताछ में डॉली ने बताया था कि रवि के साथ उसके प्रेम संबंध हैं, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण शादी करने से हिचक रहे थे। ऐसे में साधन-संपन्न ताऊ के घर चोरी का इरादा बनाया था। चोरी के लिए रवि ने सागर जिले के मकरोनिया इलाके के 24 वर्षीय अंकित तिवारी को ठेका दिया था।
घटना के खुलासे के बाद रवि ने बताया कि, चोरी करने के लिए अंकित के साथ यूपी के रायबरेली निवासी उसका दोस्त अज्जू उर्फ अजय यादव भी साथ पहुंचा था। इस इनपुट के बाद अजय की लोकेशन देखी गई तो रायबरेली में मिली। अजय को पकड़ने के लिए सब-इंस्पेक्टर संजीव धाकड़, सिपाही रविन्द्र गौर, आकाश श्रीवास्तव और महिला सिपाही किरण की टीम बनाकर रायबरेली भेजी गई तो अजय हत्थे चढ़ गया। बीती शाम पुलिस टीम उसे लेकर रायबरेली से कानपुर सेंट्रल स्टेशन पहुंची थी। भोपाल की ट्रेन का इंतजार करने के दरमियान मौका पाकर अज्जू भाग निकला।