रॉन्ग नंबर वाले से की बात, दोनों बहनों को हुआ प्यार, घर से भागकर पहुंची मिलने तो पता चला कांड

ज़माना बड़ा खराब है. आपको कई ऐसे लोग मिल जाएंगे जो अपने फायदें या मजे के लिए सामने वाले को बेवक़ूफ़ बनाते हैं. कई बार तो गलत आदमी पर भरोसा करना आपकी जान भी खतरे में डाल सकता हैं. यही वजह हैं कि बड़े बुजुर्ग हमसे हमेशा यही कहते रहते थे कि किसी अजनबी से बाते ना करो, उस पर भरोसा ना करो. लेकिन आजकल के मोबाइल और सोशल मीडिया के जमाने में दो अंजान व्यक्ति आसानी से टकरा जाते हैं और दोस्त भी बन जाते हैं. हालाँकि उस अंजान शख्स से की गई दोस्ती आपको भारी भी पढ़ सकती हैं. ऐसा ही एक मामला छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में देखने को मिला हैं. यहाँ दो सगी बहने एक अंजान शख्स के कहने पर साथ में घर से भागने पर राजी हो गई. लेकिन बाद में उनके साथ कुछ ऐसा हुआ जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की थी. आइए इस पुरे मामले को विस्तार से जानते हैं.

दरअसल ये पूरा मामला मुड़ीपार की रहने वाली दो सगी बहनों का हैं. इसमें से एक की उम्र 18 साल हैं जबकि दूसरी 23 वर्ष की हैं. बड़ी बहन अनपढ़ हैं जबकि छोटी बहन सिर्फ 9वी तक ही पढ़ी लिखी हैं. हुआ ये कि कुछ दिनों पहले इनके पास मोबाइल पर एक लड़के का फोन आया था. ये वैसे तो रॉंग नंबर था लेकिन लड़का इनसे बातचीत करने लगा. उधर ये लड़कियां भी उस लड़के की बातों में इंटरेस्ट लेने लगी. इस तरह इनकी रोज आपस में फोन पर ही बातें होने लगी और लड़के ने दोनों बहनों का भरोसा जित लिया. फिर एक दिन लड़के ने दोनों बहनों को अपने पास मिलने बुलाया तो ये घर छोड़ने को भी तैयार हो गई.

फिर तय प्लान के मुताबिक़ दोनों बहने घर से भाग दुर्ग स्टेशन पर जा पहुंची. यहाँ ये उस लड़के का इन्तजार करने लगी, लेकिन लड़का कहीं से कहीं नजर नहीं आया. उसका फोन भी स्विच ऑफ बता रहा था. ऐसे में ये लड़कियां रातभर ही दुर्ग स्टेशन पर घुमती रही. ऐसे में इन दोनों पर आरपीएफ की महिला आरक्षी सीमा जोशी की नजर पड़ी. वे अपने सीसीटीवी कैमरा में देख रही थी कि ये दोनों ही लड़कियां स्टेशन पर काफी देर से घूम रही हैं और इनके साथ कोई हैं भी नहीं. इसके बाद उन्होंने इसकी सुचना स्टाफ और अधिकारीयों को दी. इस तरह वे लोग इन दोनों बहनों को आरपीएफ ऑफिस लाए और पूछताछ करने लगे.

जब लड़कियों ने पूरी कहानी बताई तो आरपीएफ वालो ने उस लड़के को फोन करने की भी कोशिश की लेकिन उसका फोन अभी भी स्विच ऑफ आ रहा था ऐसे में वो पकड़ा नहीं गया. आरपीएफ ने लड़कियों का नाम, पता और फोन नंबर लिया और फिर इन्हें उनके पिता को सौप दिया.

आज के दौर में किसी भी अंजान व्यक्ति से फेसबुक या मोबाइल पर दोस्ती करने के पहले दस बार सोच लेना चाहिए. यदि आप किसी व्यक्ति से परिचित नहीं हैं तो उनसे दोस्ती ना करने में ही भलाई हैं. इसके साथ ही यदि कोई लड़का आपको बार बार फोन या मेसेज कर परेशान करता हैं तो आपको इसकी जानकारी पुलिस को देनी चाहिए ताकि वो लड़का दुबारा ऐसी हरकतें ना करे. साथ ही माता पिता को भी अपने बच्चों को इस बात से अवगत कराना चाहिए.

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