रोजमर्रा की चीजों पर हो रहा चीन की खस्ताहाल इकॉनमी का असर, पढ़ें क्या कहती है ये रिपोर्ट

-‎लिप‎स्टिक ‎किंग ली जियाकी के भी निकल गए आंसू, नहीं ‎मिल रहे चीजों के खरीददार

नई दिल्ली (ईएमएस)। इन ‎दिनों चीन की इकॉनमी लड़खड़ा रही है। इसका असर वहां की रोजमर्रा की चीजों पर भी देखने को ‎मिल रहा है। यही वजह है ‎कि दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी इकॉनमी वाला देश चीन आजकल परेशान है। आर्थिक मोर्चे पर उसे एक के बाद एक झटके लग रहे हैं। देश का नेतृत्व इकॉनमी को मैनेज करने में नाकाम हो रहा है और लोगों का उस पर भरोसा टूट रहा है। लोग पैसे खर्च करने के बजाय बचत करने में लगे हैं। विदेशी कंपनियों ने चीन से बोरिया बिस्तर समेटना शुरू कर दिया है और दुनिया में चीनी सामान की मांग घट रही है। इससे देश में बेरोजगारी चरम पर पहुंच गई है।


इकॉनमी में जान फूंकने की सरकार की कोशिश अब तक नाकाम रही है। हालत यह हो गई है कि लोगों के लिए आम जरूरत की चीजें भी बहुत महंगी लगने लगी है। चीन के सबसे पॉपुलर इंटरनेट सेलिब्रिटीज में से एक ली जियाकी टाववाओ के लाइवस्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर 7.6 करोड़ फॉलोअर्स हैं। एक बार उन्होंने अलीबाबा कि फाउंडर जैक मा के खिलाफ सेल्स कंप्टीशन में पांच मिनट में 15,000 लिपस्टिक्स बेच दिए थे। इसके बाद वह चीन के लिपस्टिक किंग के रूप में मशहूर हो गए।

बता दें ‎कि 31 साल के जियाकी एक कमेंट के कारण विवादों में आ गए। जियाकी जब लाइवस्ट्रीम में एक आईब्रो पेंसिल बेच रहे थे तो एक दर्शक ने इसे काफी महंगा बताया। चीन के घरेलू ब्रांड की इस आईब्रो पेंसिल की कीमत 79 युआन यानी करीब 10.80 डॉलर है। एक दर्शक ने कहा कि यह काफी महंगी है। इस पर जियाकी ने कहा ‎कि महंगी नहीं, इसकी कीमत कई साल से यही है। ऐसी बकवास मत करिए। घरेलू ब्रांड्स के लिए अपना अस्तित्व बचाए रखना मुश्किल है। कभी-कभी आपको अपने गिरेबान में भी झांककर देखना चाहिए कि कई साल बाद भी आपकी सैलरी बढ़ी है या नहीं। आप कड़ी मेहनत कर रहे हैं या नहीं। उनका यह कमेंट जल्दी ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
कई यूजर्स ने जियाकी की बात से उन लोगों को ठेस पहुंची है जो बदहाल इकॉनमी में दो जून की रोटी कमाने के लिए जीतोड़ मेहनत कर रहे हैं।

एक यूजर ने देश की माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर लिखा ‎कि हम हर महीने 3000 युआन (411 डॉलर) कमाने के लिए जीतोड़ मेहनत करते हैं। सेलिब्रिटीज के लिए पैसा बनाना आसान है। हम भी चाहते हैं कि हमें अच्छी नौकरी और पैसा मिले। एक अन्य यूजर ने लिखा कि पूंजीवादी बनना अलग बात है। आप भूल गए हैं कि आप कैसे यहां तक पहुंचे हैं। इससे जियाकी को लोगों से माफी मांगनी पड़ी। उन्होंने कहा कि उनकी बात से हर किसी को ठेस पहुंची है, मैं इसके लिए माफी मांगता हूं।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें