– एक्सपोर्ट में भी भारत बन रहा है हब
नई दिल्ली (ईएमएस)। स्मार्टफोन के यूजर्स की संख्या भारत में लगातार बढ़ती जा रही है। यही वजह है कि भारत में दुनिया भर की नामीगिरामी कंपनियां अपना प्रोडक्शन प्रारंभ कर रही है। हाल ही में यहां एपल जैसी कंपनी ने अपने स्मार्टफोन का प्रोडक्शन शुरू किया है। इससे पहले शाओमी, सैमसंग और वीवो जैसी कंपनियां यहां प्लांट लगा चुकी है। ये कंपनियां पहले सिर्फ भारतीय बाजार के लिए प्रोडक्शन कर रही थी। लेकिन अब ये दुनिया भर के देशों के लिए बाजार के यहां स्मार्टफोन बना रहे हैं। अब वीवो को ही देखिए, इसने कहा है कि साल 2023 में वह 10 लाख से भी ज्यादा मेड इन इंडिया स्मार्टफोन का निर्यात करेगा। यदि भारत से ओवरऑल स्मार्टफोन के निर्यात की बात की जाए तो यह साल 2022-23 में दूना हो गया है। वीवो इंडिया ने आज ही अपनी इंडिया इंपैक्ट रिपोर्ट का दूसरा एडिशन लॉन्च किया है।
इसमें कंपनी ने बताया है कि वह 2023 में एक मिलियन से अधिक मेड इन इंडिया स्मार्टफोन निर्यात करने की राह पर है। इसने पिछले साल ही थाईलैंड और सऊदी अरब में अपना पहला मेड इन इंडिया स्मार्टफोन शिपमेंट भेजा था। यहां से एक्सपोर्ट बढ़ाने के लिए वीवो ने पहले ही 2,400 करोड़ रुपये का निवेश किया है। मैन्युफैक्चरिंग कैपिसिटी में और बढ़ोतरी के लिए कंपनी ने साल 2023 के अंत तक 1,100 करोड़ रुपये का और निवेश किए जाने की योजना बनाई है। वीवो इंडिया के ब्रांड स्ट्रेटजी हेड योगेंद्र श्रीरामुला का कहना है कि कंपनी का भारत में 7,500 करोड़ रुपये की प्रस्तावित निवेश योजना है। इसके हिस्से के रूप में, वीवो 2023 के अंत तक ₹3,500 करोड़ के पहले चरण के निवेश को पूरा करने के रास्ते पर है। इससे दिल्ली एनसीआर के ग्रेटर नोएडा में नई अत्याधुनिक मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी का निर्माण हो रहा है। 169 एकड़ में फैली इस फैसिलिटी में साल 2024 तक प्रोडक्शन होने लगेगा। इसके सभी चरण पूरा हो जाने के बाद वहां हर साल करीब 120 मिलियन स्मार्टफोन का प्रोडक्शन हो सकेगा। यदि साल 2022-23 पर नजर डालें तो इस साल करीब 90 हजार करोड़ रुपये (11.2 अरब डॉलर) के स्मार्टफोनों का निर्यात हुआ है। ऐसा पहली बार हुआ है जबकि भारत से स्मार्टफोन का एक्सपोर्ट 10 अरब डॉलर के पार गया है। यह पिछले साल के मुकाबले शत प्रतिशत की बढ़ोतरी है। हालांकि, इसमें भारत सरकार के प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव का भी बड़ा योगदान है। अभी तक स्मार्टफोनों के निर्यात में एपल और सैमसंग का ही दबदबा है। लेकिन चालू वित्त में इसमें थोड़ परिवर्तन होगा। यदि घरेलू स्मार्टफोन बाजार को देखें तो इसमें चाइनीज कंपनियों का दबदबा है। शाओमी, वीवो, ओप्पो और रियलमी जैसी कंपनियां स्मार्टफोन बाजार के करीब 75 फीसदी हिस्से पर काबिज हैं।