विजय रुपाणी के इस्तीफे के बाद गुजरात का सीएम कौन, किन चुनौतियों के लिए रहना होगा तैयार?

विजय रुपाणी के इस्तीफे के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया, नितिन पटेल, पुरुषोत्तम रुपाला, सीआर पाटिल का नाम सीएम की रेस में चल रहा है. वहीं पार्टी के सभी विधायकों को गांधीनगर में बुलाया गया है. जहां विधायक दल की बैठक होने की संभावना है. पार्टी के केंद्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष और भूपेंद्र यादव गांधीनगर में मौजूद हैं.

हैदराबाद : गुजरात के सीएम विजय रुपाणी ने शनिवार को राज्‍यपाल आचार्य देवव्रत को अपना इस्‍तीफा सौंप दिया. इस्‍तीफा देने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया, नितिन पटेल, पुरुषोत्तम रुपाला, सीआर पाटिल का नाम सीएम की रेस में सबसे आगे चल रहा है. वहीं पार्टी के सभी विधायकों को कल गांधीनगर में बुलाया गया है. जहां विधायक दल की बैठक संभावित है. पार्टी के केंद्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष और भूपेंद्र यादव भी गांधीनगर में मौजूद हैं. सूत्रों की मानें तो प्रफुल्ल पटेल का नाम भी सीएम की रेस में है. 

इस्‍तीफा देने के बाद उन्होंने कहा कि अब पार्टी जो जिम्‍मेदारी देगी मैं उसे निभाऊंगा. उन्‍होंने जनता की सेवा करने के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया. इतना ही नहीं रुपाणी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने मुझ जैसे कार्यकर्ता को सीएम बनाया. अब गुजरात का विकास नए नेतृत्‍व में हो.

बता दें कि अगले साल 2022 में गुजरात समेत यूपी, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में विधानसभा चुनाव होने हैं. इसे लेकर बीजेपी अभी से अपनी रणनीति तैयार करने में लगी हुई है. बता दें कि उत्तराखंड और कर्नाटक में बीजेपी ने इसी तरह से चुनाव से पहले मुख्‍यमंत्री बदले हैं. गुजरात में हुआ परिवर्तन इसी दिशा में अगली कड़ी दिखाई देती है. पांच महीने में बीजेपी ने तीन सीएम बदले हैं.

बता दें कि 6 महीने में दो बार गृह मंत्री अमित शाह का गुजरात दौरा हुआ था. इस्‍तीफा देने पर विजय रुपाणी ने कहा कि बीजेपी की परंपरा रही है कि कार्यकर्ताओं के दायित्‍व बदलते रहते हैं. लेकिन चर्चा है कि जनता विजय रुपाणी के नेतृत्‍व से खुश नहीं है. हाई कमान ने जनता की राय जानने के बाद यह फैसला लिया. इसी के मुताबिक विजय रुपाणी ने इस्‍तीफा दिया है. इस्‍तीफा देने के बाद रुपाणी ने मीड‍िया से बातचीत में इसकी जानकारी दी. चर्चा यह भी है कि रुपाणी की पार्टी संगठन से अनबन चल रही थी. खासकर बीजेपी प्रदेश अध्‍यक्ष के साथ उनके मतभेद सामने आ रहे थे.

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