वियतनाम में खोजी गई 20 से 50 लाख साल पुरानी गुफा, जानें इसके पीछे का रहस्य

हनोई (ईएमएस)। वियतनाम में एक गुफा है, जिसका नाम है हैंग सन डोंग गुफा है। 2009 से पहले तक गुफा के बारे में कोई नहीं जानता था। यह गुफा प्लियोसीन या लेट मियोसीन समय की है, यानी करीब 20 से 50 लाख साल पुरानी है। इसकी लंबाई 5 किलोमीटर है और अंदर पूरे केव सिस्टम की ऊंचाई करीब 656 फुट है। इस गुफा का आकार इतना बड़ा है कि यह पृथ्वी पर अब तक की खोजी गई सबसे बड़ी गुफा है।

इसके पहले मलेशिया की डियर केव को दुनिया की सबसे बड़ी गुफा माना जाता रहा है। लेकिन हैंग सन डोंग केव, डियर केव से भी पांच गुना बड़ी है। इतनी बड़ी गुफा होने के बावजूद, 1991 में एक स्थानीय व्यक्ति हो खान ने इस गुफा के केवल प्रवेश द्वार ही खोजा था। लेकिन अगले 18 सालों तक ये दुबारा गुमनाम हो गई। इसके बाद, 2009 में गुफा के ऊंचे प्रवेश द्वार का पता लगाने का काम किया ब्रिटिश टीम ने किया। इस खोज के बाद इस विशालकाय गुफा को डॉक्यूमेंट किया गया।

वियतनाम के तट पर, फोंग न्हा-के बंग पार्क में स्थित है। पार्क में 150 से ज्यादा चूना पत्थ की गुफाएं और ग्रॉटोस हैं, जिनमें से कई को अभी तक खोजा नहीं गया है। पार्क के ज्यादातर केव सिस्टम आपस में जुड़े हुए हैं, और तब इसकी लंबाई एकसाथ कुल 200 किलोमीटर बनाती है। सन डोंग के गलियारे का वॉल्यूम 3.84 करोड़ क्यूबिक मीटर, 9 किलोमीटर लंबाई और चौड़ाई 650 फीट है। यह वास्तव में इतना चौड़ा है कि एक बोइंग 747 सीधे इसमें से गुजर सकता है। यह गुफा जंगल की हरियाली से घिरी हुई हैं और लेकिन इसका प्रवेश द्वार साफ दिखाई देता है, इसके द्वार की लंबाई 164 फीट है। इस गुफा के अंदर एक तेज बहने वाली नदी चलती है, जिसकी वजह से यह गुफा हजारों साल पहले बनी थी। बरसात के मौसम में यह नदी बाढ़ से भर जाती है और पूरी गुफाएं पानी से भर जाती हैं, तब यहां जाना बहुत मुश्किल हो जाता है।

इस गुफा में कुछ बहुत प्रभावशाली स्टैलेग्माइट्स भी पाए जाते हैं। जिसमें दुनिया का सबसे बड़ा स्टैलेग्माइट भी यहीं है, जो 70 मीटर ऊंचा है। इस हैंड ऑफ डॉग कहा जाता है। गुफा में दो बड़े सिंकहोल भी हैं, जो रोशनदान की तरह हैं। माना जाता है कि दोनों सिंकहोल में से छोटे वाले को वॉच आउट फॉर डायनासोर कहा जाता है। बड़े वाले को द गार्डन आफॅ एडम कहा जाता है, जो 534 फीट तक फैला है। इन दोनों ही सिंकहोल के नीचे जंगल फैला हुआ है। जंग के पेड़ 30 मीटर से भी ज्यादा ऊंचे हो जाते हैं। इसी वजह से अक्सर गुफा में घूमने वाले लोग मोटी झाड़ियों के बीच रास्ता भटक जाते हैं। इन सिंकहोल्स के अंदर पक्षी, बंदर और सांप जैसे जानवर भी पाए जाते हैं।

इस गुफा को नेशनल ज्योग्राफिक ने 2010 में मैप किया था और इसका एक वर्चुअल टूर ऑनलाइन भी उपलब्ध है। हालांकि, यह माना जाता है कि अभी तक इस गुफा का केवल 30 प्रतिशत हिस्सा ही एक्सप्लोर किया गया है। 2019 में, ब्रिटिश गोताखोरों की एक टीम गुफा के पानी के मार्ग का पता लगाने के लिए निकली। कुछ 393 फीट पानी के नीचे उन्होंने एक और सुरंग की खोज की जो गुफा से जुड़ती है। यह सुरंग 1 किलोमीटर लंबी है।

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