- लोग सिंग्नलों को कर देते हैं नजरअंदाज
नई दिल्ली (ईएमएस)। शुगर से पहले शरीर कई तरह के संकेत देता है लेकिन लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं। बाद में बढ़ा हुआ शुगर परमानेंट डायबिटीज का रूप ले लेता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक शुगर लेवल बढ़ने पर बॉडी कई तरीके का सिग्नल देती है लेकिन लोग इसे इग्नोर कर देते हैं। जैसे- जब शरीर पर चकत्ते या ब्लैक स्पॉट्स दिखें प्यास ज्यादा लगे बार-बार पेशाब लगे वजन तेजी से घटने लगे शरीर में कमजोरी महसूस हो और चक्कर आए आंखों के सामने अंधेरा छाने लगे तो समझ लेना चाहिए कि आपके शरीर में शुगर की एंट्री हो गई है। हेल्थ एक्सपर्ट्स कहते हैं कि शुगर की एंट्री होते ही अगर हम अलर्ट हो जाएं तो बीमारी से बचा जा सकता है।
प्री-डायबिटीज के साथ-साथ डायबिटीज मरीजों को हर दिन कम से कम 10 मिनट योग और प्राणायाम जरूर करने चाहिए। शुगर के मरीजों को योग-प्राणायाम के साथ-साथ खानपान में भी सजग और सतर्क रहना चाहिए। वह कहते हैं कि अगर आपका शुगर लगातार बढ़ा रहता है तो खीरा टमाटर करेला और गिलोय का जूस पीएं। यह शुगर को कंट्रोल करने में रामबाण जैसा है। इसके अलावा मेथी का पानी अंकुरित मेथी और चिरायता भी बहुत लाभदायक है। वहीं शुगर के रोगियों को रोज सुबह एक चम्मच मेथी का पाउडर खाना चाहिए सुबह लहसुन की दो कली खाएं। साथ ही गोभी करेला और लौकी अपनी डाइट में शामिल करें। यह बहुत लाभदायक है। ब्लड शुगर के मरीजों को खानपान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। क्या खा रहे हैं यह महत्वपूर्ण तो है ही। साथ ही कब खा रहे हैं इसका भी ध्यान रखना बहुत आवश्यक है।
खान-पान में अनियमितता आपका एचबीए1सी लेवल बढ़ा सकता है। नीदरलैंड में हुई एक रिसर्च के मुताबिक अगर आप अपना ब्रेकफास्ट लंच और डिनर 10 घंटे की अवधि में कर लेते हैं तो दूसरे लोगों के मुकाबले शुगर कंट्रोल में रहता है। बता दें कि भारत में डायबिटीज मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। इसी वजह से भारत को दुनिया का डायबिटीज कैपिटल भी कहा जाने लगा है।