नई दिल्ली । गूगल, अमेजन और माइक्रोसॉफ्ट जैसी बड़ी टेक कंपनियों के बाद अब इंडिया की दिग्गज आईटी कंपनी इंफोसिस ने भी छंटनी की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इंफोसिस ने इंटरनल फ्रेशर असेसमेंट टेस्ट को पास करने में फेल होने के बाद सैकड़ों नए फ्रेशर एम्प्लॉइज को कंपनी से बाहर कर दिया है। अगस्त 2022 में कंपनी में शामिल हुए एक फ्रेशर ने बताया कि मैंने पिछले साल अगस्त में इंफोसिस में काम करना शुरू किया था और मुझे एसएपी एबीएपी स्ट्रीम के लिए ट्रेनिंग दी गई थी। मेरी टीम के 150 में से केवल 60 लोगों ने एफए एग्जाम पास किया था, बाकी हम सभी को 2 हफ्ते पहले टर्मिनेट कर दिया गया था।
पिछले बैच के 150 फ्रेशर्स में से टेस्ट में फेल होने के बाद लगभग 85 फ्रेशर्स को टर्मिनेट किया गया था। निकाले गए कर्मचारियों का दावा है कि जुलाई 2022 से पहले कंपनी में शामिल होने वाले नए लोगों को इंटरनल टेस्ट में फेल होने के बाद टर्मिनेट नहीं किया गया है। वहीं कंपनी के एक रिप्रेजेंटेटिव का कहना है कि इंटरनल टेस्ट में फेल होने के बाद कर्मचारियों को हमेशा टर्मिनेट किया गया है।