विकासनगर। एक बार फिर मैसर्स माथियान कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के कारनामे सुर्खियों में है। मामला क्यारापुल-डामटा-कोटा-म्यूंडा मोटर के अनुरक्षण कार्य में हुए घपले का है। अनुरक्षण कार्य के प्रावधानों पर गौर करें तो 22.63 किमी लंबी इस सड़क पर अनुरक्षण के नाम पर वर्ष 2016 से अब तक करीब 47 लाख रुपये खर्च किए जा चुके हैं, जबकि सड़क की बदहाल हालत कंपनी के कारनामे और भ्रष्टाचार की तस्वीर पेश कर रही है। लोगों को इस सड़क पर जान जोखिम में डालकर सफर करना पड़ रहा है। इसकी शिकायत कुन्ना निवासी सामाजिक कार्यकर्ता और युवा सेना (शिवसेना) के प्रदेश उपाध्यक्ष दर्शन डोभाल ने पीएमजेएसवाई के अधिशासी अभियंता से की है। डोभाल ने कहा कि निर्माण करने वाली माथियान कंपनी हमेशा से ही घटिया गुणवत्ता और लापरवाही को लेकर विवादों में रही है। उन्होंने कहा कि अनुरक्षण के नाम पर वर्ष 2016 में 6.51, 2017 में 7.01, 2018 में 24.73 और 2019 में 8.75 लाख रुपये खर्च होना दर्शाया गया है, जो कि कहीं भी धरातल पर नहीं है। वहीं वर्ष 2020 में अनुरक्षण के लिए 28.76 लाख रुपये का प्रावधान किया गया है। उन्होंने अनुरक्षण कार्य के लिए स्वीकृत बजट के अनुसार कार्य कराने के साथ ही माथियान कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि ऐसा ना होने पर जन आंदोलन किया जाएगा।
यह होने के कार्य
अनुरक्षण कार्य के अंतर्गत छोटे स्लीपों की सफाई, बंद स्कबर और ड्रेनेज की सफाई, पटरियों पर घास की सफाई, पेड़ की शाखाओं की कटाई, पैच रिपेयर और सरफेस मरम्मत समेत कई कार्य होने थे, लेकिन धरातल पर कार्य कहीं नजर नहीं आ रहे हैं।
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सड़क तीन खतों की है लाइफ लाइन
सरना गांव निवासी लाखीराम ने बताया कि इस सड़क से रोजाना 200-250 वाहन गुजरते हैं। सड़क खत बौंदूर, तपलाड़ और अठगांव खत के दर्जनों गांव की लाइफ लाइन है। सड़क की बदहाली के कारण लोगों को जान जोखिम में डालकर सफर करना पड़ता है।
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कंपनी को हफ्ते भर के भीतर कार्य शुरू करने के निर्देश दे दिए गए हैं। अनुरक्षण कार्य में किसी भी प्रकार की कोताही बरतने पर कंपनी के खिलाफ विभागीय नियमों के मुताबिक कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कार्य संतोषजनक होने पर ही पेमेंट किया जाएगा।
– बीसी पंत, अधिशासी अभियंता पीएमजेएसवाई (कालसी)