
जबलपुर, (ईएमएस)। भाजपा नेत्री सना उर्फ हिना खान की गुमशुदगी का मामला में पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। ढाबा संचालक और सना खान का कथित पति अमित साहू उर्फ पप्पू पुलिस के हाथ लग गया है। बताया जा रहा है कि आरोपी ने हत्या की बात कबूल कर ली है। पुलिस आरोपी को लेकर हत्या की जगह पर भी गई लेकिन शव नहीं मिला। अब पुलिस सना के शव की तलाश कर रही है। आरोपित अमित उर्फ पप्पू साहू ने सना की हत्या कर शव को हिरन नदी में फेंकने की जानकारी दी पुलिस को दी है। पुलिस ने पप्पू को हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ की तो उसने सना की हत्या करना स्वीकार किया परंतु शव नहीं मिल पाया है।
पुलिस ने प्राप्त जानकारी के अनुसार सना ने छह माह पूर्व ढाबा संचालक अमित उर्फ पप्पू साहू से शादी की थी। वह अपनी मां को जानकारी देकर एक अगस्त को जबलपुर के लिए नागपुर से रवाना हुई थी। दो अगस्त को उसने अपने रिश्तेदार इमरान को फोन पर जबलपुर पहुुंचने व कुछ समय बाद पप्पू साहू द्वारा मारपीट करने की सूचना दी थी। जिसके बाद से सना गायब थी। उसके मोबाइल फोन भी बंद थे। सना के स्वजन ने नागपुर पुलिस से घटना की शिकायत की थी। जिसके बाद जांच के लिए नागपुर से पुलिस टीम जबलपुर पहुंची परंतु सना का पता नहीं चल पाया। स्वजन ने पप्पू साहू पर सना की हत्या करने का आरोप लगाया था। जिसके बाद से पुलिस आरोपी को ढूंढ रही थी। ढाबे के एक कर्मचारी को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया। जिससे मिली जानकारी और सुराग के आधार पर पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया। आरोपी ने हिना की हत्या कर हिरन नदी में फेंकने की बात स्वीकार की है। पुलिस शव की तलाश में जुटी है।
-सना, पप्पू दोनों शादी शुदा…..
जानकारी के अनुसार ३५ वर्षीय सना और पप्पू दोनों पहले से शादीशुदा हैं। सना का एक बच्चा है जिसे छोड़कर वह पप्पू के पास जबलपुर आ गई थी। इधर, सना से नजदीकी का पता चलते ही पप्पू का उसकी पत्नी से विवाद होने लगा था। जिसके बाद वह अपनी पत्नी से अलग रहने लगा था। इधर, सना के स्वजन का कहना है कि वह नागपुर से जबलपुर रवाना होते समय लाखों रुपये कीमती सोने के जेवर पहनी थी। सीएसपी सिंह ने बताया कि पप्पू से पूछताछ कर सना का शव बरामद करने की कोशिश की जा रही है।
-महाराष्ट्र उपमुख्यमंत्री तक पहुंची बात..
गौरतलब है कि करीब 10 दिन पहले नागपुर से जबलपुर आने का बोल कर सना खान निकली थी, जिसके बाद वो रहस्यमयी ढंग से लापता हो गई थी। जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट परिजनों ने नागपुर में भी दर्ज कराई थी। नागपुर पुलिस भी जबलपुर आई थी कई दिन तलाश करने के बाद वह नागपुर पुलिस लौट गई थी। मामले गत दिनों महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़वीस तक पहुंच गया था, महाराष्ट्र अल्पसंख्यक कांग्रेस ने उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़वीस को पत्र लिखकर मामले की सीआईडी जांच की मांग की थी। जिसके बाद शुक्रवार को पुलिस के हाथ बड़ी कामयाबी लगी।














