
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश सरकार के चार साल पूरे होने पर जनता को बधाई देते हुए कहा कि बीते चार वर्षों में राष्ट्रीय पटल पर एक नया सक्षम और समर्थ उत्तर प्रदेश उभर कर आया है। चार वर्ष पहले तक देश की सबसे बड़ी आबादी होने के बाद भी बीमारू की छवि के साथ देश में पांचवे नम्बर की अर्थव्यवस्था होने का दंश झेलने वाला यूपी आज लगातार प्रयासों से दूसरे नम्बर की अर्थव्यवस्था बनकर सामने आया है। उन्होंने कहा कि इस नए उत्तर प्रदेश में चार साल में चार लाख युवाओं को ईमानदारी से सरकारी नौकरी मिली तो यहाँ महिलाएं सुरक्षित, सम्मानित हैं और स्वावलम्बन की मिसाल बन रही हैं। यहां आस्था का सम्मान है तो माफिया और अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है। यह नया उत्तर प्रदेश निवेशकों की पहली पसंद है तो पर्यटकों के मन की चाह भी है। प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार ने पूर्ववर्ती व्यवस्था में “रिफॉर्म करके परफॉर्म करते हुए और ट्रांसफॉर्म किया है।

राज्य सरकार के चार साल पूरे होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कैबिनेट के वरिष्ठ मंत्रियों और शासन के उच्चाधिकारियों के साथ पत्रकारों से मुखातिब थे। लोकभवन में आयोजित इस संवाद कार्यक्रम में खास सरकार की उपलब्धियों पर आधारित विकास पुस्तिका का विमोचन भी किया गया। हाथों में आइपैड लिए हाईटेक सीएम ने कहा कि चार साल में प्रदेश के बहुमुंखी विकास में 24 करोड़ जनता का पूरा सहयोग मिला, तो केन्द्रीय और राज्य मंत्रिपरिषद के सभी सदस्यों, भाजपा नेतृत्व, पदाधिकारी और कार्यकर्त्ताओं का अभूतपूर्व मार्गदर्शन भी मिला। सीएम ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश की सरकार अपने कार्यकाल के सफलतम 04 वर्ष पूर्ण कर रही है। इस अवधि में हम प्रदेश की छवि में सकारात्मक बदलाव लाने में सफल हुए हैं। 2017 तक यहां की बेरोजगारी दर 17 फीसदी तक थी जबकि आज 4 फीसदी है। कोविड की चुनौतियों का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में नए भारत के इस नए यूपी ने कोरोना जैसी महामारी का सामना जिस प्रबंधित ढंग से किया आज उसकी सराहना विश्व स्वास्थ्य संगठन जैसे अंतरराष्ट्रीय प्लेटफार्म पर हो रही है।
देश में समर्थ राज्य के रूप में उभर रहा यूपी
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन की शुरुआत ही सूबे की अर्थव्यवस्था को लेकर की। उन्होंने कहा, आज उनकी सरकार चार वर्ष पूर्ण कर रही है। मात्र चार वर्षों में राज्य की अर्थव्यवस्था देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है। इसका आकार 10,90,000 करोड़ रुपए से बढ़कर 21,73,000 करोड़ रुपए हो गया है। वर्ष 2015-16 में प्रदेश की अर्थव्यवस्था देश में 5वें -6ठें स्थान पर थी। विगत चार वर्ष में प्रतिव्यक्ति में दोगुने से अधिक की वृद्धि हुई है। वर्ष 2015-16 में प्रदेश में प्रतिव्यक्ति आय लगभग 45 हजार रुपए थी, जो वर्तमान में बढ़कर लगभग 95 हजार हो गई है। इन आंकड़ों के जरिए मुख्यमंत्री ने यूपी की ताजा अर्थव्यवस्था की तस्वीर मीडिया के सामने रखी। दावा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन, संगठन और मंत्रिमंडल के सदस्यों के सहयोग से हमने प्रदेश में कई परिवर्तन किए हैं। केंद्र सरकार की सभी योजनाओं में जहां पहले उत्तर प्रदेश 23वें नंबर पर रहता था, लेकिन आज अपनी कार्यनीति की वजह से पहले नंबर पर है। अब यूपी व्यवसाय और उद्योग की दृष्टि से सबसे उत्तम गन्तव्य बन गया है। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में यूपी देश में 14वें स्थान से दूसरे स्थान पर आ गया है , अब हमें पहले स्थान पर आना है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रदेश में जब अर्थव्यवस्था, निवेश अनुकूल वातावरण, प्रति व्यक्ति आय की बात आती थी तो हम प्रथम तीन स्थानों में भी नहीं टिकते थे। उन्होंने बीते चार वर्षों में राज्य में निजी क्षेत्र के लगभग 3 लाख करोड़ के उन निवेश प्रस्तावों का भी जिक्र किया जो जमीन हैं उतर चुके हैं। मुख्यमंत्री के अनुसार इस निवेश से राज्य में 35 लाख से अधिक नौकरियां सृजित हुई।
1947 से 2016 तक दो एक्सप्रेस वे बने, अब पांच नए एक्सप्रेस वे
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश 1947 से 2016 तक केवल दो एक्सप्रेस वे बना पाया था और चार वर्ष के दौरान प्रदेश सरकार पांच नए एक्सप्रेस वे के साथ कनेक्टिविटी के लिए बेहतर मंच उपलब्ध करा रही है। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे और बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे इसी वर्ष हम जनता को समर्पित करेंगे। गंगा एक्सप्रेस वे में भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही तेजी से चल रही है। सीएम योगी ने कहा कि चार साल में इंटर स्टेट की कनेक्टिविटी को भी बेहतर किया गया। प्रदेश की सीमा नेपाल राष्ट्र से जुड़ी है। बिहार, छत्तीसगढ़ झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, हरियाणा और दिल्ली राज्यों से भी जुड़ी है। इंटर स्टेट कनेक्टिविटी को बेहतर करने, फोर लेन की कनेक्टिविटी के साथ जोड़ने, हर जिला मुख्यालय को फोरलेन की कनेक्टिविटी के साथ जोड़ने, तहसील और विकास खंड मुख्यालयों को 2 लेन के साथ जोड़ने और ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों का भी सुदृढीकरण करने में सफलता मिली। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश सरकार ने इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट में पिछली सरकारों की तुलना में कई गुना काम किया है। प्रदेश में एक अप्रैल 2017 से फरवरी 2021 तक 13,189 किमी नई सड़कें बनाई गई हैं। 13,613 किमी सड़कों का चौड़ीकरण या सुदृढ़ीकरण, 3,32,804 किमी सड़कों को गड्ढा मुक्त और 428 छोटे-बड़े पुल बनाए गए हैं। ऐसे ही गांव की गलियों से लेकर तहसील और विकास खंड मुख्यालयों को दो लेन सड़क से जोड़ने, प्रदेश से जुड़ने वाले अन्य प्रदेशों और देश की सीमाओं तक जाने वाले 76 सड़कों के लिए 1599 करोड़ की लागत से 840 किमी सड़कें बनाई जा रही हैं। राज्य सरकार ने बजट में वित्तीय वर्ष 2021-22 में लोक निर्माण विभाग की सड़कों और पुलों के लिए 12,441 करोड़ दिए हैं।
चार साल में किसान हुए मालामाल
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों के हित में सबसे बड़े और महत्वपूर्ण फैसले लिए। जिसके कारण किसानों की आर्थिक और सामाजिक हालत में जबरदस्त बदलाव आया। योगी सरकार ने अकेले गन्ना किसानों को 127 लाख करोड़ का भुगतान कर कीर्तिमान रचा तो गेहूं, धान के साथ मक्का और मूंगफली की रिकार्ड खरीद की गई। गेहूं, गन्ना, चीनी, आलू, हरी मटर, दुग्ध, आम, आंवला, तिलहन उत्पादन में यूपी नंबर वन बन गया। उन्होंने कहा कि पहली कैबिनेट बैठक में 86 लाख लघु और सीमान्त किसानों के 36 हज़ार करोड़ रुपए का फसली ऋण माफ करने वाली सरकार ने चार साल में किसानों से एमएसपी पर 378 लाख मी.टन खाद्यान्न खरीद कर 66,000 करोड़ रुपए से अधिक का भुगतान किया। राज्य सरकार कृषि क्षेत्र को सुदृढ़ और मजबूत करने के लिए किसानों के हित में किसान कल्याण मिशन संचालित कर रही है। एमएसपी में लगभग दोगुने की वृद्धि की गई। 46 वर्षों से लम्बित बाण सागर परियोजना सहित कुल 11 सिंचाई परियोजनाओं को पूरा किया जा चुका है। साथ ही मुण्डेरवा, पिपराइच एवं रमाला चीनी मिलों का विस्तार एवं पेराई क्षमता में वृद्धि के साथ 11 चीनी मिलों की क्षमता में विस्तार किया गया। कोरोना काल में प्रदेश की सभी 119 चीनी मिलों का संचालन कर दुनिया के सामने एक नजीर पेश की गई। 1 लाख 27 हजार 482 करोड़ रुपए से अधिक का रिकार्ड गन्ना मूल्य भुगतान किसानों को किया गया। 267 नई खाण्डसारी इकाइयों को लाइसेंस स्वीकृत किए गए। चार साल में 220 नए मंडी स्थल निर्मित किए गए। 27 मंडियों का आधुनिकीकरण। 291 ई-नाम मण्डी की स्थापना से 87 लाख किसान व 84 हजार व्यवसायी को जोड़ा गया।
मिसाल बना यूपी सरकार का कोविड प्रबंधन
सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार को कोरोना प्रबंधन में उल्लेखनीय सफलता मिली है। प्रदेश सराकर ने कोरोना संकट काल में दृढ़ इच्छा शक्ति, परिपक्वता, कौशल, संवेदनशीलता व सामूहिक भावना के साथ कोरोना संक्रमण को नियंत्रित किया। जिसकी सराहना प्रधानमंत्री व विश्व स्वास्थ संगठन ने भी की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ये बातें शुक्रवार को सरकार के चार साल का कार्यकाल पूरा होने पर कहीं। उन्होंने कहा कि मार्च 2020 में कोविड की 60 प्रतिदिन जांचों से शुरूआत करते हुए उत्तर प्रदेश प्रतिदिन 1.75 लाख कोरोना जांच करने वाला पहला राज्य बना। सार्वजनिक और निजी क्षेत्र में कोविड जांच के लिए 234 प्रयोगशालाएं स्थापित की गईं। प्रदेश में सर्वाधिक 1.75 लाख कोविड बेड उपलब्ध कराए गए। कोरोना महामारी के दौरान सरकार ने अप्रैल 2020 से जून 2020 तक कुल 12.15 लाख नए राशन कार्ड जारी किए। इस दौरान ही आठ लाख मैट्रिक टन खाद्यान मजदूरों को निशुल्क वितरित किया। कोरोना के दौरान सरकार की ओर से गरीबों व मजदूरों को राहत पैकेज दिया गया। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रत्येक जनपद में आईसीयू की व्यवस्था कर कोरोना प्रबंध में सफलता हासिल की है। सभी कोविड-19 रोगियों व उनके संपर्क को खोजने के लिए 70 हजार से अधिक अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं की तैनाती की। प्रदेश सरकार ने सर्वाधिक कोविड जांच और टीकाकरण कराकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। प्रदेश में तीन करोड़ से अधिक कोविड की जांचें और तीस लाख से अधिक टीकाकरण किए जा चुकें हैं।
पिछली सरकारों ने परिवर्तन के लिए रुचि नहीं ली
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछली सरकारों पर बड़ा हमला किया। उन्होंने विपक्ष का बिना नाम लिए पिछली सरकार और अपनी सरकार के कार्यों की तुलना करते हुए कहा कि यह वही उत्तर प्रदेश है, जिसमें आज से चार वर्ष पहले तक केंद्र की किसी भी योजना का स्थान नहीं होता था। यह सभी योजनाएं आम आदमी के जीवन में व्यापक परिवर्तन का कारक बनी हैं। उस समय भी बन सकती थीं। उन योजनाओं को समयबद्ध ढंग से तत्कालीन सरकार ईमानदारी के साथ लागू करती, तो बहुत बड़ा परिवर्तन किया जा सकता था। सरकारों ने रुचि नहीं ली या उससे पहले उस प्रकार की सोच नहीं थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकार के चार साल पूरे होने पर अपने चिर परिचित अंदाज में अपनी उपलब्धियां बताने के साथ विपक्ष की नाकामियां भी गिनाईं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आबादी अधिक होने के कारण बेरोजगारी की दर भी उतनी ही अधिक होती थी, लेकिन मुझे बताते हुए प्रसन्नता की अनुभूति है कि निवेश अनुकूल वातावरण बनाने में पूरी तरह सफल रहा। आज उसका परिणाम है कि प्रति व्यक्ति आय भी दुगुने से अधिक मात्र चार वर्ष में देखने को मिली है।
केंद्र की योजनाओं में यूपी पहुंचा पहले स्थान पर
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के साथ मिलकर राज्य ने जो उपलब्धियां हासिल कीं, उसका परिणाम है कि आज हम लोग प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण और शहरी में नंबर एक स्थान पर हैं। स्वच्छ भारत मिशन दुनिया का सबसे बड़ा अभियान था, जिसमें प्रत्येक नागरिक के जीवन में परिवर्तन करने के साथ नारी गरिमा का प्रतीक बना। सबसे बड़ी चुनौती इस मार्ग में उत्तर प्रदेश था। उत्तर प्रदेश ने 2017 से जो कार्य शुरू किया, दो करोड़ 61 लाख से अधिक शौचालयों का निर्माण कर देश में प्रथम स्थान भी प्राप्त किया। केंद्र सरकार की सभी योजनाएं प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना, प्रधानमंत्री उजाला योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना सहित जितनी भी योजनाएं थीं, इन सभी योजनाओं में उत्तर प्रदेश जहां पहले बहुत पीछे हुआ करता था, किसी में 23वें नंबर पर किसी में 27वें स्थान पर, आज उन सब में उत्तर प्रदेश अपनी एक बेहतर कार्य पद्धति के कारण पहले स्थान पर है। खाद्यान्न उत्पादन में भी उत्तर प्रदेश ने बेहतर प्रदर्शन किया है।
चार साल में एक दंगा नहीं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूबे की कानून व्यवस्था को बेहतर करने के लिए क्या-क्या किया। इसका विस्तार से उल्लेख भी किया और यह भी बताया कि सूबे की कानून व्यवस्था को बेहतर करने के लिए उनकी सरकार के फैसलों से आज यूपी देश एवं विदेश के निवेशकों का सबसे अच्छा गन्तव्य बन गया है। मुख्यमंत्री ने यह दावा भी किया कि बीते चार वर्षों के दौरान यूपी में सभी पर्व और त्योहार शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुए। कहीं कोई दंगा नहीं हुआ। जबकि पूर्व की सरकारों में ऐसा नहीं होता था। मुख्यमंत्री कहा कि राज्य में पुलिस रिफार्म हमने किए। लखनऊ और नोएडा में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू किया। पूर्व की सरकारों ने यह नहीं किया था। पुलिसकर्मियों के लिए आवास बनवाये। अपराधियों के खिलाफ लिए गए एक्शन को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि गैंगेस्टर अधिनियम के अंतर्गत 12,032 अभियोग पंजीकृत हुए और 37,511 अभियुक्त गिरफ्तार हुए। अपराधियों की लगभग 1 हज़ार करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की गई और ध्वस्तीकरण का कार्य भी संपन्न हुआ। उन्होंने बताया कि वर्ष 2016-17 की तुलना में वर्ष 2019 में डकैती में 65.72 प्रतिशत, लूट में 66.15 प्रतिशत, हत्या में 19.80 प्रतिशत, बलवा में 40.20 प्रतिशत और बलात्कार की घटनाओं में 45.43 प्रतिशत की कमी आई है। सरकार द्वारा महिला सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन के लिए चलाए जा रहे मिशन शक्ति अभियान का जिक्र भी मुख्यमंत्री ने किया। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि विगत चार वर्षो में प्रदेश में 59 नए थाने, 29 नई चौकियां, 4 नए महिला थाने, आर्थिक अपराध के 4 थाने, विजलेंस के 10 थाने, साइबर क्राइम के 16 थाने और अग्नि शमन के 59 थाने बनाए गए हैं। प्रत्येक मंडल में साइबर थाना स्थापित करने और 18 नई विधि विज्ञानं प्रयोगशाला स्थापित करने का आदेश भी दिए जाने का मुख्यमंत्री ने उल्लेख किया। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य के सभी 1535 थानों में महिला हेल्प डेस्क भी स्थापना की गई है। इसके अलावा 18 पुलिस परिक्षेत्रीय कार्यालयों में महिला साइबर क्रीम सेल तथा 18 परिक्षेत्र के जनपदों में थाने के समकक्ष एक-एक महिला पुलिस चौकी परामर्श केन्द्रों के स्थापना की गई है।
यूपी भरेगा सबसे ऊंची उड़ान
प्रदेश हवाई सेवा के क्षेत्र में सबसे ऊंची उड़ान भरने के लिए तैयार है। योगी सरकार यूपी को देश में सबसे ज्यादा हवाई सेवाओं वाला राज्य बनाने जा रही है। बहुत जल्द यूपी पांच इंटरेशनल हवाई अड्डों से लैस होगा। सीएम योगी ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में 21 नए एयरपोर्ट और 7 हवाई पट्टियों के निर्माण पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द जेवर, कुशीनगर, और अयोध्या से इंटरनेशनल उड़ान शुरू होगी। लखनऊ, वाराणसी और अयोध्या समेत यूपी में बहुत जल्द 5 अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे होंगे। कुशीनगर को इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए डीजीसीए का लाइसेंस मिल गया है। कुशीनगर यूपी का तीसरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा। कुशीनगर में अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट लगभग तैयार हो गया है। जेवर में नोएडा इण्टरनेशनल एयरपोर्ट और अयोध्या अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के निर्माण की प्रक्रिया तेज कर दी गई है।










