सवा लाख में बिके 12 आम, बच्‍ची की बदल गई किस्‍मत, जाने कौन हैं वो मददगार?

 जमशेदपुर में सड़क किनारे आम बेच रही बच्‍ची की किस्‍मत तब बदल गई जब उससे ये आम 1 लाख 20 हजार रुपये में खरीद लिए गए । लॉकडाउन के कारण 11 साल की ये बच्‍ची तुलसी आम बेचने को मजबूर थी, ऑनलाइन क्‍लासेज के लिए फोन ना होने के कारण उसने ऐसा किया । 5वीं मे पढ़ने वाली तुलसी पिछले कुछ दिनों से कीनन स्टेडियम के पास आम बेच रही थी, लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ जिसने उसके सपनों को चुटकियों में पूरा कर दिया ।

सवा लाख में बिके 12 आम
तुलसी का आम बेचते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था, बच्‍ची इस वीडियो में आम बेचते हुए दिख रही थी । वायरल होते-होते ये वीडियो एक मददगार के हाथ तक भी जा पहुंचा । जहां से तुलसी को मदद मिलने में दे नहीं लगी । मुंबई की कंपनी वैल्युएबल एडुटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड ने तुलसी से एक दर्जन आम 1.20 लाख रुपये में खरीद कर उसकी किस्‍मत बदल दी, तुलसी के चेहरे पर अब मुस्‍कुराहट हे ।

कौन हैं वो मददगार?
मुंबई स्थित वैल्यूएबल एडुटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अमेया हेटे ने तुलसी को मदद की है, उन्‍हें सोशल मीडिया के जरिये इसकी जानकारी मिली तो वो दूसरों की तरह सिर्फ सहानुभूति व्यक्त करने तक नहीं रुके, उन्होंने 10,000 रुपये प्रति आम के हिसाब से लड़की से 12 आम 1,20,000 रुपये में खरीद लिये। आम खरीदने के बाद पूरी राशि तुलसी के पिता के बैंक खाते में ट्रांसफर भी कर दी ।

तुलसी के लिए लिखा पत्र
अमेरा हेटे ने तुलसी को पत्र भी लिखा- “आपकी दृढ़ता और संघर्ष की कहानी को मीडिया द्वारा आगे लाया गया था और वर्षा जहांगीरदार द्वारा मेरे संज्ञान में लाया गया था। आप जैसे कई छात्र हैं जो आवश्यक बुनियादी ढांचे की कमी के कारण ऑनलाइन सीखने के नये युग का सामना करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। मैं वास्तव में इस तथ्य से प्रभावित हूं कि आपने हार नहीं मानी और इससे निपटने के लिए संघर्ष किया। आपने साबित कर दिया है कि ‘जहां चाह है, वहां राह है’। आपने ‘इच्छा’ दिखाई है, हम ‘रास्ता’ खोजने में आपकी मदद कर रहे हैं।”

अब बहुत खुश है तुलसी
आम बेचकर मिले पैसों से तुलसी बहुत खुश है, उसने बताया कहा कि वो फोन खरीदने के लिए पैसे जुटाने में लगी हुई थी । वो अपनी पढ़ाई ऑनलाइन जारी रखना चाहती थी । इन पैसों से उसने एक फोन खरीद लिया है, और बाकी पैसे आगे की पढ़ाई के लिए संभाल कर रख दिए हैं । तुलसी ने कहा कि लॉकडाउन के कारण उसके पिता की नौकरी छूट गई, वो खुद ही नहीं बल्कि अपनी दोनों बहनों रोशनी और दीपिका को भी पढ़ाएगी। वो बड़ी होकर टीचर बनना चाहती हैं, ताकि सबको पढ़ा सके ।

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