
दमिश्क । सीरिया की राजधानी दमिश्क में हुए आत्मघाती हमले में मरने वालों की संख्या 22 हो गई है। इसके अलावा कई घायलों का इलाज चल रहा है, उनकी हालत गंभीर है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक इस भीषण हमले में 22 लोगों की मौत हो गई है।
वहीं 63 अन्य लोग घायल हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक लोगों ने हमलवार को रोकने की कोशिश भी की थी। लॉरेंस मामारी हमले के समय चर्च के अंदर थे। उन्होंने एएफपी को बताया कि एक शख्स अंदर घुसा और गोलीबारी शुरू कर दी। उन्होंने कहा, लोगों ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन उसने खुद को उड़ा लिया। 40 वर्षीय ज़ियाद हेलो, जो पास की एक दुकान पर थे, ने कहा कि उन्होंने गोलियों की आवाज सुनी और फिर भीषण धमाका हुआ।
जानकारी के मुताबिक हमलवार ने लोगों की भीड़ से भरी चर्च में खुद को उड़ा लिया। उस वक्त लोग रविवार की प्रार्थना के लिए भारी संख्या में जुटे थे।अधिकारियों के मुताबिक हमलवार आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट से जुड़ा था। हमले के बाद चर्च के अंदर की भयानक तस्वीरें सामने आई हैं जहां बेंचों और फर्श पर खून ही खून दिखाई दे रहे थे। देश के आंतरिक मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि खुद को उड़ाने से पहले हमलवार ने गोलीबारी भी की थी।
बयान में कहा गया, दाएश (आईएस) आतंकवादी समूह से जुड़े एक आत्मघाती हमलावर ने ड्वेला इलाके में सेंट एलियास चर्च में घुसते ही गोलीबारी शुरू कर दी। फिर उसने विस्फोटक बेल्ट से खुद को उड़ा लिया। बता दें कि 2011 में देश में गृहयुद्ध शुरू होने के बाद से यह सीरिया में चर्च के अंदर पहला हमला था। इससे पहले सीरिया में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा नई सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक बनी हुई है।