
नई दिल्ली (ईएमएस)। सुप्रीम कोर्ट ने मोदी सरनेम वाले मानहानि केस में राहुल गांधी की दोषसिद्धि और 2 साल की सजा पर रोक लगा दी है। इस फैसले के बाद राहुल गांधी की सांसद के तौर पर सदस्यता फिर से बहाल हो जाएगी। हालांकि, सवाल है कि ऐसा कितनी जल्दी होगा? क्योंकि मानहानि केस में निचली अदालत के फैसले के 48 घंटे के अंदर राहुल गांधी की सांसदी चली गई थी। उसके बाद राहुल गांधी को उनका सरकारी निवास भी खाली करने का नोटिस मिला था। उन्होंने अपना सरकारी निवास भी खाली कर दिया था। अब देखना है कि उनकी सदस्यता बहाल होने में कितने दिन लगते हैं।
अगले हफ्ते लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होनी है। इस पर कांग्रेस की तरफ से गौरव गोगोई ने नोटिस दिया है। अब सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद क्या लोकसभा में राहुल गांधी अविश्वास प्रस्ताव पर बोलेंगे? यह सबसे बड़ा सवाल है। दूसरी बात यह है कि विपक्षी गठबंधन इंडिया पर इसका क्या असर पड़ेगा? क्या इस गठबंधन के नेता के तौर पर राहुल गांधी की दावेदारी और मज़बूत होगी या कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर खरगे ही इसका नेतृत्व करेंगे। बहरहाल, यह तो तय है कि सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद कांग्रेस ने राहत की सांस जरूर ली होगी, क्योंकि अगर राहुल गांधी को राहत नहीं मिलती, तो वो अगला चुनाव लड़ने की स्थिति में भी नहीं होते। ऐसे में उनका राजनीतिक वनवास लंबा हो जाता।