सेजिल मिसाइल से ईरानी हमला तेज : इजराइल पर टूटा कहर, जानें क्या है इसकी खासियत

तेहरान । इजरायल और ईरान के बीच जारी युद्ध अब खतरनाक मोड़ पर है। शुरुआती दिनों में जहां इजरायल ने ईरान के सैन्य ठिकानों पर ताबड़तोड़ हमले किए। वहीं अब ईरान ने जवाबी हमला कर हालात को और विस्फोटक बना दिया। हमले में ईरान ने अपनी एडवांस स्टेज-2 सेजिल बैलिस्टिक मिसाइल का इस्तेमाल कर तेलअवीव में भारी तबाही मचा दी है। अब तक ईरान की फेतह-1 हाइपरसोनिक मिसाइल ही चर्चा में थी, लेकिन गुरुवार को सेजिल मिसाइल ने सबका ध्यान खींच लिया।

रिपोर्ट के मुताबिक, यह हमला सामान्य मिसाइलों से नहीं बल्कि अत्याधुनिक बैलिस्टिक मिसाइल से किया गया। सेजिल एक मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है, जो पूरी तरह सॉलिड फ्यूल पर चलती है और बहुत ही कम समय में लांच हो सकती है। इसकी मारक क्षमता 2000 से 2500 किलोमीटर तक है, यानी यह ईरान से सीधे इजरायल को आसानी से निशाना बना सकती है।

यह मिसाइल तकनीकी रूप से बेहद उन्नत है। इसकी लंबाई करीब 59 फीट है और यह 700 किलोग्राम तक का पेलोड ले जाने में सक्षम है। इसकी सबसे खास बात इसकी मैनुवरेबिलिटी है, जिससे यह दुश्मन के रडार सिस्टम को चकमा देने में माहिर है। इजरायल के ‘आयरन डोम’ और ‘ऐरो’ जैसे अत्याधुनिक डिफेंस सिस्टम को भी यह मिसाइल चीर सकती है।

सेजिल की तुलना भारत की ब्रह्मोस मिसाइल से भी की जा रही है। हालांकि दोनों अलग श्रेणी की मिसाइलें हैं ब्रह्मोस एक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है जबकि सेजिल एक बैलिस्टिक मिसाइल। ब्रह्मोस की रफ्तार मैच 2.8 से 3.0 के बीच होती है, जबकि सेजिल की गति बैलिस्टिक मोड में मैच 12 से 14 तक हो सकती है। ब्रह्मोस की अधिकतम सीमा 1000 किलोमीटर है, जबकि सेजिल की सीमा ढाई हजार किलोमीटर तक पहुंचती है। वॉरहेड क्षमता की बात करें तो सेजिल तीन गुना ज्यादा विस्फोटक ले जाने में सक्षम है।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें

न हम डरे हैं और न यहां से जाएंगे एयर इंडिया विमान हादसे पर पीएम मोदी की समीक्षा बैठक क्या बेहतर – नौकरी या फिर बिजनेस पेट्स के साथ डेजी का डे आउट केरल के समुद्र में अचानकर जलने लगा मालवाहक जहाज