हमास ने संघर्ष विराम के दूसरे दिन खूब छकाया, रात को छोड़े इजराइल के आठ बच्चे और पांच महिलाएं

गाजा, (हि.स.)। कतर की मध्यस्थता से गाजा पट्टी में फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास और इजराइल के बीच छिड़ा युद्ध भले ही चार दिन के लिए थम गया हो, मगर आशंकाओं के बादल उमड़-घुमड़ रहे हैं। आज (रविवार) संघर्ष विराम का तीसरा दिन है। कल इसकी मियाद पूरी होगी। हमास ने संघर्ष विराम के दूसरे दिन बंधकों को रिहा करने में काफी देरी की। इससे एक पल के लिए लगा कि संघर्ष विराम कहीं टूट न जाए। आखिरकार उसने देररात 13 इजराइली नागरिकों को 50 दिन की कैद के बाद रिहा कर दिया। इनमें आठ बच्चे, चार महिलाएं और एक युवती शामिल हैं।

स्थानीय अखबार द टाइम्स ऑफ इजराइल ने देश के अधिकारियों के हवाले से इसका ब्यौरा जारी करते हुए कहा है कि इजराइल को आज (रविवार) रिहा किए जाने वाले बंधकों के की सूची मिल गई है। उनके परिवारों को सूचित कर दिया गया है। साथ ही हमास ने दूसरे दिन चार थाई नागरिकों को भी रिहा कर दिया। अभी भी हमास की कैद में 195 लोग हैं।

अमेरिकी अखबार द न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार इजराइली अधिकारियों ने रविवार सुबह कहा कि हमास ने फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई के बदले इजराइली और विदेशी बंधकों के दूसरे समूह को रिहा कर दिया। हमास ने इन लोगों को रिहा करने में दिए गए समय में एक घंटे की देरी की। इससे यह आशंका बढ़ गई थी कि गाजा में संघर्ष विराम पूरी तरह से टूट सकता है। इजराइल के जेल अधिकारियों ने कहा है कि रविवार तड़के 39 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा कर दिया गया। शुक्रवार को भी ऐसी ही अदला-बदली हुई थी।

द न्यूयॉर्क टाइम्स ने दूसरे दिन बंधकों की रिहाई में हुई देरी के लिए हमास के हवाले से कहा है कि ऐसा इजराइल के समझौते के कुछ हिस्सों से मुकरने के कारण हुआ। हमास ने कहा कि इजराइल ने उत्तरी गाजा तक पर्याप्त सहायता नहीं पहुंचने दी। साथ ही शर्तों के अनुसार फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा नहीं किया। इस पर इजराइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने कहा है कि हमास का दावा गलत है। संघर्ष विराम की शर्तों का पूरा पालन हो रहा है। राफा क्रॉसिंग खुली हुई है। मानवीय सहायता वाले 200 ट्रक गाजा पहुंचे हैं।

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