हम सब जानते हैं कि इंसानों और जानवरों के बीच सबसे बड़ा अंतर ये है कि जानवरों में इंसानों की तरह सोचने की काबिलियत नहीं होती। लेकिन साउथ अफ्रीका के मडिक्वे गेम रिजर्व में तैनात रेंजर गेर्री वैन डेर वॉल्ट ने शेरनी को मरी हुई हिरन के साथ जो करते हुए देखा, उससे ये साफ पता चलता है कि जानवरों के अंदर भी प्रेम और ममता मौजूद है।
आम दिनों की तरह सफारी ट्रिप लेते हुए गेर्री की नजर एक शेरनी पर पड़ी, जो हाल ही में शिकार की हुई हिरन का मांस खा रही थी। गेर्री ने इससे पहले भी ऐसे कई नजारे देखे थे, लेकिन तभी उनकी नजर कुछ ऐसी चीज पर पड़ी, जिसके बाद उन्होंने सारे मोमेंट्स को कैमरे में कैद करने का फैसला किया। दरअसल, शेरनी ने जिस हिरन का शिकार किया था, वो प्रेग्नेंट थी। शेरनी ने देखा कि हिरन के पेट में मौजूद बच्चा काफी बड़ा हो चुका था। उसने तुरंत मांस खाना बंद किया और सावधानी से हिरन के पेट से बच्चे को बाहर निकाला। उसने बच्चे को जमीन पर रख काफी देर तक सुंघा।
बच्चे को जमीन पर रख शेरनी ने सूंघकर पता किया कि क्या वो जिंदा है? जब उसे अहसास हो गया कि बच्चा मर चुका है, तो उसने बच्चे को मुंह से उठाकर किनारे झाड़ियों में रख दिया।
गेर्री का कहना है कि ये नजारा देख ऐसा लग रहा था मानों शेरनी बच्चे को दफनाने की कोशिश कर रही थी। उसने हिरन को भी खाना बंद कर दिया। शेरनी बस हिरन की बॉडी के पास बैठकर उसे देखती रही।
काफी देर तक हिरन के पास रहने के बाद उसने वो उठकर चली गई। गेर्री के मुताबिक, ऐसा लग रहा था मानों शेरनी को प्रेग्नेंट हिरन की मौत का काफी अफसोस हो रहा था।