113 एनकाउंटर करने वाले इंस्पेक्टर प्रदीप शर्मा ने छोड़ी नौकरी, अब लड़ेंगे विधायकी का चुनाव

मुंबई पुलिस में एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के नाम से जाने जाने वाले प्रदीप शर्मा ने स्वेच्छा सेवानिवृत्ति (वीआरएस) के लिए आवेदन दिया है । उन्होंने महाराष्ट्र पुलिस सेवा से निवृत्त होने का आवेदन वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को सौंप दिया है।
वरिष्ठ पूलिस सूत्रों ने बताया कि अभी तक प्रदीप शर्मा का आवेदन मंजूर नहीं किया गया है। वे शिवसेना के संपर्क में है और बहुत जल्द शिवसेना में शामिल होकर अपने जीवन की नई पारी शुरु कर सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वह आगामी विधानसभा चुनाव में शिवसेना के टिकट से चुनाव लड़ सकते हैं।

100 से ज्यादा एनकाउंटर कर चुके हैं

जानकारी के अनुसार प्रदीप शर्मा अपने पुलिस सेवा के कार्यकाल में 100 से ज्यादा एनकाउंटर कर चुके हैं। इसीलिए उन्हें एनकाउंटर स्पेशलिस्ट भी कहा जाता है। इस समय वे ठाणे क्राइम ब्रांच में तैनात थे। पिछले वर्ष उन्होंने कुख्यात बदमाश दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर को बिल्डर से रंगदारी मांगने के जुर्म में गिरफ्तार किया था।
अंडरवर्ल्ड में है प्रदीप का खास नेटवर्क
प्रदीप शर्मा इसलिए भी प्रसिद्ध हैं क्योंकि अंडरवर्ल्ड में उनका खास नेटवर्क है। शर्मा ने साल 1983 में पुलिस में सेवा शुरू की थी। 90 के दशक में वे मुंबई क्राइम ब्रांच टीम का हिस्सा हो गए। ये वो टीम थी जिसे मुंबई में अंडरवर्ल्ड को खत्म करने के लिए कुछ भी करने की पूरी छूट दी गई थी। इस टीम में शामिल सभी अधिकारी एनकाउंटर स्पेशलिस्ट कहे जाते थे। 90 की दशक में इस टीम ने 300 गैंगस्टर्स को मार गिराया था।

निलंबित भी हो चुके हैं

उल्लेखनीय है कि प्रदीप शर्मा को बहुचर्चित लखन भैया के फेक एनकाउंटर मामले में 2008 में निलंबित किया गया था। हालांकि जब कोर्ट ने उनको मामले में बरी कर दिया, तो साल 2013 में उनको दोबारा से बहाल कर दिया गया था। प्रदीप शर्मा ने 1983 में पुलिस सेवा जॉइन किया था।  1990 के दशक में मुंबई में बढ़े गैंगवार को देखते हुए प्रदीप शर्मा को मुंबई क्राइम ब्रांच में लाया गया था।
विवादों में घिरे रहे शर्मा की टीम के अधिकारी
मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम को लेकर बॉलीवुड में कई फिल्में बन चुकी हैं। इन पुलिस अधिकारियों को ग्लैमर से जोड़ा गया। बाद में इस टीम के कई अधिकारी विवादों में घिरे रहे। शर्मा के ही बैच 1983 के दूसरे एनकाउंटर स्पेशलिस्ट विजय सालसकर और प्रफुल्ल भोंसले भी रहे हैं। प्रदीप शर्मा ने कुल 113 एनकाउंटर किए हैं। गैंग्सटर लखन भइया के फर्जी एनकाउंटर के चलते वे कई साल जेल में भी रहे। प्रदीप लंबे समय कर अंधेरी सीआईयू में काम कर चुके है। इसी पर बनी फिल्म अब तक छप्पन काफी चर्चित रह चुकी है। बता दें कि यदि प्रदीप शर्मा अभी नौकरी नहीं छोड़ते तो साल 2020 में वे रिटायर होने वाले थे।

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