
मध्य प्रदेश की सरकार अपराधियों को उनकी नानी याद दिला रही है. कभी सूबे के बाहुबली नेता और बदमाशों के अवैध निर्माणों को धराशाही कर रहे है. तो कभी मासूमों पर पत्थर बरसाने वालों के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए एनएसए लगा कर उन्हें सलांखों के पीछे भेजा जा रहा है. और बाहर उनकी अवैध बस्तियों को मध्य प्रदेश के नक़्शे से मिटा रही है. इस बीच एक और बड़ी खबर सामने आई है. जिसमें एक मासूम नाबिलग 15 साल की लड़की का रेप कर फरार आरोपी के खिलाफ शिवराज मामा ने बड़ा एक्शन लिया है. बता दें भोपाल के गांव समापुरा में एक किशोरी के साथ ज्यादती करने वाले हैवान शाहरुख खान को मामला दर्ज होने के चार दिन बाद पुलिस ने बुधवार यानि 6 जनवरी को गिरफ्तार कर लिया है. इसके साथ ही पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अलग-अलग धाराओं में मामला दर्ज करते हुए एनएसए के लिए प्रस्ताव भेजते हुए अन्य कार्रवाई भी की है.
पुलिस के मुताबिक 15 वर्षीय किशोरी की रिपोर्ट पर आरोपी के खिलाफ ज्यादती सहित अन्य धाराएं और पॉस्को एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है. इस मामले में चौकाने वाली बात ये हैं कि आरोपी इससे पहले भी इसी नाबिलग लड़की से दुष्कर्म के आरोप में जेल जा चूका है. लेकिन उस समय पुलिस की लापरवाही के चलते वो एक महीने में ही बाहर आ गया था. जिसके बाद उसने जेल से बाहर आते ही उसी बच्ची के साथ दोबारा ज्यादती की. और फिर वारदात को अंजाम देकर फरार हो गया. लेकिन अब वो पुलिस के हत्थे चड़ चुका है.
इस कार्रवाई में शाहरुख को सिर्फ दुष्कर्म की सजा नहीं मिल रही बल्कि प्रशासन ने बिना अनुमति लिए बनाया गया उसका मकान भी ढहाने और रेत डंपरों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रहे है: बताया जाता है कि आरोपी शाहरुख ने बिना अनुमति मकान बनाया था. आरोपी पक्ष के डंपर भी चलते हैं जो रेत का करोबार करते हैं. पुलिस ने दो डंपरों के खिलाफ भी कार्रवाई की है. इसके साथ ही आरोपी शाहरुख के घर पर 10 डंपर अवैध रेत मिलने पर खनिज विभाग की टीम ने केस बनाया है. वहीं सागौन की लकड़ी मिलने पर वन विभाग ने भी कार्रवाई की है.
मिली जानकारी के मुताबिक बता दें कि 22 साल के शाहरुख नाम के आरोपी ने 11 अक्टूबर 2020 को 15 वर्षीय किशोरी का अपहरण किया और ज्यादती की थी. आरोपी एक महीने जेल में बिताने के बाद हाई कोर्ट से जमानत लेकर बाहर आ गया. जेल से बाहर आते ही उसने फिरसे 31 दिसंबर को किशोरी का अपहरण कर फिर ज्यादती की. किशोरी जैसे तैसे यहां से भागी और अपने घर पहुंची. लेकिन इछावर थाने में पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया. जिसके बाद चाइल्ड लाइन टीम और बाल कल्याण समिति के आवाज़ उठाने के बाद 2 जनवरी को मामला दर्ज़ कर कार्रवाई शुरू की गई. जिसके परिणाम स्वरुप वो हैवान आज सलांखों के पीछे हैं और अपने गुनाहों की सजा काट रहा है. प्रशासन की इस कार्रवाई पर आपके क्या विचार है हमें कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं,.















