हैदराबाद : 11 साल पहले हैदराबाद में गोकुल चाट भंडार और लुंबिनी पार्क में हुए दो बम विस्फोट हुए थे। इन बम धमाकों में करीब 42 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं 50 से अधिक लोग घायल हुए थे। अब 11 साल बाद इस मामले में कोर्ट आज अपना फैसला सुनाएगी।
हांलाकि इस साल जून में नामपल्ली अदालत परिसर से चेरलापल्ली केंद्रीय कारागार परिसर में स्थित एक अदालत हॉल में इस मामले में चार आरोपियों के खिलाफ चल रहे मुकदमे को स्थानांतरित कर दिया था। सत्र न्यायाधीश श्रीनिवास राव ने सात अगस्त को दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद फैसला सुनाने के लिए 27 अगस्त का दिन मुकर्रर किया था।
इन धमाकों के पीड़ितों के परिवार के सदस्यों और परिजन ने कल इसकी 11वीं बरसी मनाई। यह विस्फोट 25 अगस्त, 2007 को हुआ था। तेलंगाना पुलिस की काउंटर इंटेलिजेंस (सीआई) ने इस मामले की जांच की थी और आरोपियों के खिलाफ तीन आरोप पत्र दायर किए थे। आरोपियों में से कुछ अब भी फरार हैं।
कब हुए थे धमाके
25 अगस्त 2007 में तेलंगाना के हैदराबाद में दो सिलसिलेवार बम धमाके हुए थे। लुंबिनी मनोरंजन पार्क के पास पहला धमाका हुआ था, जिसमें 10 लोगों की जान चली गई थी। जबकि इसके ठीक 5 मिनट बाद दूसरा धमाका रेस्टोरेंट गोकुल चाट भंडार में हुआ जिसमें 32 लोगों की मौत हो गई थी। इतना गही नहीं दो और धमाके इसी दिन शहर के दूसरे भागों में निष्क्रिय भी किए गए थे।
इसके बाद इस घटना की जांच की गई थी। जिसमें हरकत-उल-जिहाद-अल-इस्लामी आतंकवादी संगठन पर ये दो बम धमाके कराए जाने की आशंका सामने आई थी। वहीं, अक्टूबर 2008 में महाराष्ट्र आतंकवाद विरोधी दल (एटीएस) ने आरोपियों को गिरफ्तार किया था और बाद में गुजरात पुलिस ने उसे हिरासत में भी लिया। फिलहाल चार कैद जेल में बंद हैं। अब तक ट्रायल सुनवाई के दौरान करीब 170 लोगों के बयान कोर्ट में दर्ज करवाए गए हैं।