साल 2019 का आज पहला सूर्य ग्रहण पड़ा है. बता दे नए साल में 3 बार सूर्य पर ग्रहण लगेगा. इनमें से ये सबसे पहला सूर्य ग्रहण साल के पहले महीने 6 जनवरी, रविवार को पड़ा है. शास्त्रों के अनुसार आज से करीब डेढ़ दो हजार साल पहले जब सूर्य और चंद्रमा पर ग्रहण लगता था तो उसे अशुभ के तौर पर देखा जाता था। इन खगोलीय घटनाओं की धार्मिक नजरिए से व्याख्या होती थी। लेकिन उसका दूसरा पक्ष ये है कि जब साइंस धीरे धीरे तरक्की के रास्ते पर आगे बढ़ने लगा तो इन खगोलीय घटनाओं को वैज्ञानिक आधार भी मिला। आइए हम आप को 10 बिंदुओं के जरिए सूर्य ग्रहण की खगोलीय घटना पर नजर डालेंगे।
भारतीय समय के अनुसार यह प्रातः 05.04 पर शुरू होगा. इसका समापन प्रातः 09.18 पर होगा। इस ग्रहण की कुल अवधि लगभग 04 घंटे 14 मिनट की होगी। यह ग्रहण धनु राशि और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में होगा। यह आंशिक सूर्य ग्रहण होगा और भारत में दिखाई नहीं देगा। इसलिए सूतक संबंधी नियमों का पालन करने की जरूरत नहीं है।
सूर्य ग्रहण का सामान्य प्रभाव क्या है?
इस ग्रहण में सूर्य का संयोग शनि बुध और चंद्र से बनेगा. सूर्य शनि और चंद्र का प्रभाव होने से दुर्घटनाओं की संभावना बन सकती है. साथ ही राजनैतिक रूप से भयंकर उथल पुथल होने की भी संभावना है. इस ग्रहण प्रभाव लगभग एक पक्ष तक बना रह सकता है. ग्रहण के दौरान कुछ काम करना वर्जित माने जाते हैं. इसलिए ग्रहण लगने के दौरान भूलकर भी ये काम न करें.
सूर्य ग्रहण के दौरान न करें ये काम-
1. गर्भवती महिलाओं को ग्रहण की छाया से बचने की सलाह दी जाती है. मान्यता है कि ग्रहण की छाया का प्रभाव गर्भ में पल रहे शिशु पर पड़ने से शिशु को नुकसान पहुंच सकता है.
2. ग्रहण के समय भोजन और पानी का सेवन नहीं करना चाहिए. कई शोध में इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि ग्रहण के समय व्यक्ति की पाचन शक्ति बहुत कमजोर हो जाती है. ऐसे में भोजन करने से व्यक्ति के बीमार पड़ने की अधिक संभावना रहती है.
3. ग्रहण के दौरान किसी भी शुभ काम की शुरुआत करने से उस काम में असफलता ही मिलती है. इसलिए ग्रहण लगने पर कोई भी शुभ काम न करें.
5. ग्रहण के दौरान पूजा, उपासना को भी रोक दिया जाता है. यही कारण है कि ग्रहण के दौरान कई मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं.
6. ग्रहण लगने के दौरान कभी भी सोना नहीं चाहिए.
7. ग्रहण के दौरान किसी भी तरह की सिलाई-कढ़ाई का काम नहीं करना चाहिए.
एक नजर में जानें क्या है सूर्य ग्रहण
- 2019 के पहले सूर्य ग्रहण का दुनिया 6 जनवरी 2019 यानि रविवार को साक्षी बनेगी। यह आंशिक ग्रहण होगा जो भारत में नहीं दिखाई देगा।
- 6 जनवरी का सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, लिहाजा सूतक नहीं लगेगा और इस वजह से पूजा पाठ करने में किसी तरह की बाझा नहीं है।
- दुनिया के अलग अलग हिस्सों यानि अमेरिका के अलास्का, पूर्वी रूस, उत्तर पूर्वी चीन के कई इलाकों के साथ साथ मंगोलिया में देखा जा सकेगा।
- सूर्य ग्रहण के समय आमतौर पर लोगों को नंगी आंख से सूरज की तरफ नहीं देखना चाहिए क्योंकि सूरज की तरफ से आने वाली किरणें हानिकारक होती हैं।
- सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को खास ध्यान रखना चाहिए। सूर्य से निकलने वाली किरणों की वजह से जच्चा और बच्चा पर बुरा असर पड़ता है।
- सूर्य ग्रहण के दौरान किसी भी शख्स को पका हुआ खाना खाने से परहेज करना चाहिए। लेकिन अगर किसी कारणवश आप ये नहीं कर पाते हों तो पके हुए भोजन में तुलसी का पत्ता डाल देना चाहिए।
- इस साल का दूसरा सूर्यग्रहण 2 जुलाई 2019 को लगेगा, भारतीय समय के अनुसार ये रात में लगेगा, लिहाजा उस समय सूर्य ग्रहण को देखा नहीं जा सकेगा।
- इसके साथ ही तीसरा सूर्य ग्रहण साल के आखिरी महीने यानि दिसंबर में 26 दिसंबर 2019 को लगेगा। इस दिन का ग्रहण दिन में लगेगा लिहाजा उस ग्रहण को देखा जा सकता है।
- सूर्य ग्रहण के बाद क्या करना चाहिए इसे लेकर हर किसी को जानने की उत्सुकता रहती है। धार्मिक विधान के मुताबिक लोगों को ग्रहण के बाद नहाना धोना चाहिए और दान इत्यादि करना चाहिए।
- वैज्ञानिक, ग्रहण को सिर्फ सूरज, धरती और चंद्रमा की चाल के साथ देखते हैं, वो मानते हैं कि ये सिर्फ खगोलीय गति पर आधारित घटना होती है। इसका धर्म से लेना देना नहीं होता है।
धर्म और विज्ञान अपने अपने तरीके से सूर्यग्रहण की व्याख्या करता है, दोनों विधाओं के अलग सिद्धांत है। विज्ञान के मुताबिक ये सिर्फ धरती, सूर्य चंद्रमा के आपसी संबंध पर आधारित है। लेकिन धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक ग्रहण से राशियों पर अलग अलग ढंग से प्रभाव पड़ता है।