लखनऊ। 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी के लिए सबसे बड़ी चुनौती यूपी में पिछले लोकसभा चुनाव के प्रदर्शन को बरकरार रखने की है। यह काम आसान नहीं है, क्योंकि इसी उत्तर प्रदेश में पार्टी एक के बाद एक तीन बड़े उपचुनावों में हार का सामना कर चुकी है। पिछले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और योगी आदित्यनाथ के बीच इन्हीं सब मसलों पर बात हुई। इस मीटिंग के बाद दो बड़ी खबरें निकलकर आ रही हैं। पहली- बीजेपी यूपी में करीब 12 मौजूदा सांसदों के टिकट काट सकती है। दूसरी- विपक्ष के बड़े नेताओं को उन्हीं के ‘घर’ घेरने के लिए जोरदार तैयारी चल रही है।
रात्रि निवास अभियान से दूर रहे कई सांसद
सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी के रणनीतिकारों ने उन सभी सांसदों कर सूची बनाई है, जो पार्टी के कार्यक्रमों भाग नहीं ले रहे हैं। दरअसल, बीजेपी ने हाल में रात्रि निवास अभियान शुरू किया था, जिसमें सांसदों से कहा गया था कि वे गांव में राज गुजारें। लोगों से मिलें, उनकी समस्याएं सुनें और अपनी पार्टी के अच्छे काम भी बताएं। रात्रि निवास अभियान में कई सांसद शामिल नहीं हुए। जो गए वे रात को रुके नहीं। कई ऐसे सांसदों की भी लिस्ट है, जिन्होंने अपने क्षेत्रों में कुछ काम नहीं किया। कई सांसदों ने गांव गोद लेने की योजना में भी लापरवाही दिखाई। बात सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है बल्कि सावित्री बाई फुले जैसे नेता बार-बार पार्टी विरोधी बयान भी दे रहे हैं। ऐसे में नेताओं पर पार्टी की बराबर नजर बनी हुई है और इनके टिकट 2019 लोकसभा चुनाव में काटे जा सकते हैं।
हाई-प्रोफाइल सीटों पर विपक्षियों को घेरने में जुटी बीजेपी
2019 लोकसभा चुनाव में मिशन यूपी के लिए खास तैयारी की जा रही है। पार्टी के रणनीतिकार यूपी उन सभी हाई-प्रोफाइल सीटों पर बड़े नेताओं की जिम्मेदारी लगा रही है, जहां से बड़े विपक्षी नेता चुनाव लड़ सकते हैं। अमेठी, रायबरेली, आजमढ़, बदायूं, मैनपुरी, कन्नौज आदि सीटों पर पार्टी ने अभी फील्डिंग लगानी शुरू कर दी है। अमेठी में राहुल गांधी के खिलाफ स्मृति ईरानी मोर्चा संभाल रही हैं। रायबरेली का जिम्मा अरुण जेटली को दिया गया है। इसी प्रकार से मुलायम सिंह यादव, अखिलेश यादव, रामगोपाल यादव, धर्मेंद्र यादव जैसे नेताओं के खिलाफ भी रणनीति बनाई गई है।
इलाहाबाद से बीजेपी सांसद ने निकाली भड़ास
2019 लोकसभा चुनाव में टिकट कटने की बात को लेकर यूपी बीजेपी के नेताओं में हलचल मची हुई है। हाल में इलाहाबाद से बीजेपी सांसद श्यामा चरण गुप्ता ने पार्टी की चुनावी तैयारियों पर कटाक्ष किया था। दरअसल, बैठक में बीजेपी के प्रदेश संगठन मंत्री सुनील बंसल ने कहा था कि काम नहीं करने वाले सांसदों का टिकट कटेगा। इस पर श्यामा चरण गुप्ता ने कहा कि, सांसदों की परफॉर्मेंस की कोई परिभाषा नहीं दी गई है। राजनीति में परफॉर्मेंस-नॉन परफॉर्मेंस कुछ नहीं होता है। उन्होंने खुद स्वीकार किया कि जिन सांसदों के टिकट काटे जाने की बात हो रही है, उस लिस्ट में उनका भी नाम है।