महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने रविवार को 55 मिनट में एक के बाद एक 24 ट्वीट किये। उन्होंने कहा कि वह एनसीपी में हैं, एनसीपी में ही रहेंगे और साहेब (शरद पवार) ही उनके नेता हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा-एनसीपी गठबंधन राज्य में अगले पांच वर्षों के लिए स्थायी सरकार देगा। इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्रियों नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, निर्मला सीतारमण एवं डॉ. हर्षवर्धन और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के प्रति आभार व्यक्त किया है।
अजीत पवार ने अगले ट्वीट में लिखा है, “चिंता करने की जरूरत नहीं है, सब कुछ ठीक है, बस थोड़ा धैर्य रखने की आवश्यकता है। आप सभी के समर्थन के लिए धन्यवाद।”
अजीत पवार शनिवार को उपमुख्यमंत्री बनने के बाद करीब 34 घंटे बाद रविवार को पहली बार ट्विटर के माध्यम से अपनी अगली रणनीति का संकेत दिया है। उनके इस ट्वीट का सहज ही मतलब निकाला जा सकता है कि वह पीछे हटने वाले नहीं हैं। वह अपने निर्णय पर अडिग हैं। खास बात यह है कि उन्होंने ट्विटर हैंडल पर पद का नाम उपमुख्यमंत्री लिखा है, लेकिन अपने दल का नाम नहीं बदला है। पहले की ही तरह एनसीपी ही लिखा हुआ है।
उल्लेखनीय है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता आशीष शेलार ने रविवार को पत्रकारों से कहा कि अजीत पवार ही एनसीपी विधायक दल के नेता हैं। अजीत पवार के पास ही एनसीपी विधायकों को व्हिप जारी करने का अधिकार है। शेलार ने यही बात शनिवार को भी कही थी। उन्होंने कहा था कि एनसीपी विधायक दल की बैठक पूरी तरह अवैध है, इसलिए इसमें लिये गए निर्णय भी असंवैधानिक हैं। उन्होंने कहा कि अजीत पवार ही विधायक दल के निर्वाचित नेता हैं, इसकी जानकारी राज्यपाल को दी गई थी। शनिवार को एनसीपी विधायक दल की बैठक और उसमें लिये गए निर्णय की जानकारी अभी तक राज्यपाल को नहीं दी गई है।
हालांकि रविवार को एनसीपी विधायक दल के नये नेता जयंत पाटील राज्यपाल से मिलने राजभवन गए थे, लेकिन राज्यपाल के नई दिल्ली में होने के कारण उनसे भेंट नहीं हो सकी। उन्होंने विधायक दल का नेता चुने जाने से संबंधित पत्र राजभवन में दे दिया है।