288 विधान सभा कैसरगंज : प्रत्याशी काठ की हाँड़ी मे वादों का लगा रहे तड़का…!

बड़ी कठिन है डगर पंगघट की वोटर सभी प्रत्याशियों को दे रहे आशीर्वाद जिता रहे सबको नही बताते मन की बात

भास्कर न्यूज
जरवल/बहराइच। यहाँ हर बड़े दल के प्रत्याशियों की प्रतिष्ठा दाँव पर लगी है एसे दलों के उम्मीदवार काठ की हाँड़ी मे वादों का तड़का लगा कर हर एक वोटर से आशीर्वाद तो ले रहे हैं पर चतुर वोटर अपने मन की बात कतई बताने को मंजूर नही है।जिससे बड़े दलों के उम्मीदवारो की डगर पनघट पर जाने के लिए आसान भी नही है।ये हालात है 288 विधान सभा कैसरगंज का जहाँ मतदाताओं का प्रत्याशियों के बीच अजब-गजब खेल चल रहा है।बताते चले इस विधान सभा सीट पर भाजपा से कैबिनेट मन्त्री मुकुट बिहारी वर्मा के पुत्र गौरव वर्मा,समाजवादी पार्टी से आनन्द यादव बसपा से बकाउल्ला खान, एमआइएमआई से बिलाल अंसारी कांग्रेस से गीता सिंह व जनसत्ता दल लोकतांत्रिक से हजरत दीन अंसारी आप से काजी मो.सलमान आदि दर्जन भर से ऊपर प्रत्याशी चुनावी अखाड़े मे है तो जरूर पर भाजपा सपा बसपा की यहाँ दावेदारी मे  एमआइएमआई व आम आदमी पार्टी व जनसत्ता दल जैसे छोटे दल बड़े पार्टियों का खेल कम खराब नही कर रहे।जिससे बड़े दलों के प्रत्याशियों की सांसें फूलती जा रही है।बताते चले इस बार 2022 के हो रहे चुनाव मे बड़े दलों मे भाजपा सपा व बसपा  के प्रत्याशियों द्वारा जो वोट के लिए गुहार कर रहे हैं कोई धर्म के नाम पर तो कोई विकास के नाम व चुस्त दुरुस्त कानून व्यवस्था पर वोट चाहता है।अब वोटर किसी नकारेगे किसे रहनुमा बनायेगे फिलहाल भविष्य के गर्भ मे ही दिखाई दे रहा है जिससे बड़बोले नेताओ की सिट्टी बन्द सी है।

पुत्र मोह मे सारथी की भूमिका निभा रहे सहकारिता मन्त्री

जरवल। कैसरगंज विधान सभा के चुनाव मे इस बार योगी सरकार के सहकारिता मन्त्री मुकुट बिहारी  वर्मा को अपने पुत्र गौरव वर्मा के मोह मे सारथी की भूमिका निभानी पड़ रही है।गाँव की पगडंडियों पर योगी मोदी के साथ हिंदुत्व की दुहाई देकर बेटे को बैतरणी पार करवाने के लिए मान-मनव्वल भी करते कम नही दिख रहे हैं।वैसे बीते पाँच वर्षों के कार्यकाल मे मन्त्री जी के क्रिया कलापो मे उनके बेटे गौरव वर्मा की जनता की अग्नि परीक्षा मे खरे कैसे उतरेगे ये मन्त्री जी के जादू पर ही निर्भर है।


छोटे-बड़े दलो के प्रत्याशियों को भ्रमित करते वोटों के ठेकेदार


जरवल। बड़े ही नही छोटे दलो के ठेकेदार जो भोर पहर से ही प्रत्याशियो की दहलीज पर पहुँच कर उनके मन की बात को कह कर जो सगुफ़ा छोड़ रहे हैं प्रत्याशी कम भ्रमित नही हो रहा जिससे चुनावी अखाड़े मे जोर अजमाइश कर रहे प्रत्यशी गण काफी पेशो पेश मे है।

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