चीन ने अरुणाचल प्रदेश के तीन वुशू खिलाड़ियों के 19वें एशियन गेम्स में हिस्सा लेने के लिए देश में एंट्री पर रोक लगा दी है। भारत ने चीन के इस कदम का विरोध किया। भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा- भारतीय नागरिकों के प्रति चीन के भेदभावपूर्ण व्यवहार को हम खारिज करते हैं। चीन की कार्रवाई एशियन गेम्स की भावना, इवेंट के नियमों का उल्लंघन है। उधर, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने एशियन गेम्स में शामिल होने के लिए अपना चीन दौरा रद्द कर दिया है।
उधर, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि मैं चीन के इस फैसले की निंदा करता हूं। अरुणाचल प्रदेश विवादित क्षेत्र नहीं है, बल्कि भारत का अभिन्न अंग है। चीन के इस कदम से राज्य की स्थिति में कोई बदलाव नहीं आएगा। चीन के इस कदम पर इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी को रोक लगानी चाहिए।
पूरा मामला क्या है
अरुणाचल प्रदेश के तीन खिलाड़ियों को चीन के हांगझोऊ शहर में 19वें एशियन गेम्स में 24 सितंबर को होने वाले वुशू गेम में हिस्सा लेना था। तीनों खिलाड़ियों के नाम न्येमान वांग्सू, ओनिलु तेगा और मेपुंग लाम्गु हैं। एशियन गेम्स 2023 की इवेंट कमेटी ने खेल में भाग लेने के लिए मंजूरी दे दी थी। दो एथलीट अपने एक्रेडेशन कार्ड डाउनलोड नहीं कर पाए, जो चीन में एंट्री के लिए वीजा के रूप में काम करता।
तीसरे एथलीट को एक्रेडेशन कार्ड मिल गया था। बाद में चीन की ओर से बताया गया कि उसे हॉन्गकॉन्ग से आगे यात्रा करने की अनुमति नहीं है। एशियन गेम्स में वुशू इवेंट 24 सितंबर से शुरू हो रहा है। तीनों खिलाड़ियों को 24 सितंबर तक हांगझोऊ में रहना था, लेकिन वीजा में देरी होने की वजह से उन्हें एशियन गेम्स से बाहर होना पड़ा। वुशू टीम के बाकी प्लेयर चीन के लिए रवाना हो गए हैं।
OCA उपाध्यक्ष बोले- खिलाड़ियों ने वीजा लेने से मना किया
ओलिंपिक काउंसिल ऑफ एशिया (OCA) के अंतरिम अध्यक्ष रणधीर सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमने वर्किंग कमेटी के साथ बैठक की थी और इस मुद्दे को सरकार के सामने भी उठा रहे हैं। वहीं, OCA के उपाध्यक्ष वेई जिजहोंग ने दावा किया कि चीन पहले ही भारतीय खिलाड़ियों के लिए वीजा जारी कर चुका है, जिसे खिलाड़ियों ने लेने से मना कर दिया था।
अरुणाचल पर अपना दावा करता है चीन
चीन सालों से अरुणाचल प्रदेश पर अपना दावा करता रहा है। भारत के इस हिस्से को चीन दक्षिण तिब्बत कहता है। सितंबर 2023 में चीन ने देश का लेटेस्ट मैप जारी किया था, जिसमें पूर्वोत्तर राज्य अरुणाचल और पूर्वी लद्दाख में अक्साई चिन क्षेत्र को अपनी सीमा में दिखाया था।
चीन ने अप्रैल में अरुणाचल की 11 जगहों के नाम बदले थे
इससे पहले चीन ने अप्रैल 2023 में अपने नक्शे में अरुणाचल प्रदेश की 11 जगहों के नाम बदल दिए थे। चीन ने पिछले 5 साल में तीसरी बार ऐसा किया है। इससे पहले 2021 में चीन ने 15 जगहों और 2017 में 6 जगहों के नाम बदले थे।
G20 में इंडिया-मिडिल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर बनाने की घोषणा
भारत की राजधानी दिल्ली में 9-10 सितंबर 2023 को G20 समिट हुई। इसमें इंडिया-मिडिल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर बनाने की घोषणा की गई। भारत, UAE, सऊदी अरब, अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, इटली और यूरोपीय यूनियन सहित कुल 8 देशों के इस प्रोजेक्ट का फायदा इजराइल और जॉर्डन को भी मिलेगा।
मुंबई से शुरू होने वाला यह नया कॉरिडोर चीन के बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव (BRI) का विकल्प होगा। यह कॉरिडोर 6 हजार किमी लंबा होगा। इसमें 3500 किमी समुद्री मार्ग शामिल है। कॉरिडोर के बनने के बाद भारत से यूरोप तक सामान पहुंचाने में करीब 40% समय की बचत होगी। अभी भारत से किसी भी कार्गो को शिपिंग से जर्मनी पहुंचने में 36 दिन लगते हैं, इस रूट से 14 दिन की बचत होगी। यूरोप तक सीधी पहुंच से भारत के लिए आयात-निर्यात आसान और सस्ता होगा।