छत्तीसगढ़ में नारायणपुर जिले के दक्षिण बूझअमाड़ में 12 दिसंबर 2024 को कालाहाजा इलाके में हुए मुठभेड़ में पुलिस ने नक्सलियाें के शव के साथ 303 राइफल बरामद की है। उक्त 303 राइफल 33 वर्ष पहले 1991 में महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में नक्सलियों ने जवानों पर लैंडमाइंस विस्फोट कर लूटी थी। इस हमले में 10 जवान शहीद हुए थे जबकि 12 से ज्यादा जवान घायल हुए थे। नारायणपुर एसपी प्रभात कुमार ने गुरुवार काे इसकी पुष्टि की है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 1991 में गढ़चिरौली के तुमारगुंडा में नक्सलियों ने लैंडमाइंस विस्फोट करने के बाद जवानों को एंबुश में भी फंसाकर ताबड़तोड़ गोलीबारी की थी। इसमें 10 जवानों ने अपनी शहादत दी थी, वहीं 12 से ज्यादा जवान घायल हुए थे। मौके से नक्सलियों ने जवानों की कुल 18 नग 303 राइफल लूट ली थी।
वहीं 12 दिसंबर 2024 को दक्षिण अबूझमाड़ के कालाहाजा इलाके में जवानों की नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में जवानों ने नक्सली संगठन के एसजेडसीएम सहित 7 नक्सलियों को मार गिराया था। मौके से 303 एवं अन्य हथियार बरामद किए थे। जिसके बाद नारायणपुर पुलिस हथियारों की हिस्ट्री खंगाल रही थी। जिसमें से 303 राइफल जिसका बट नंबर 22676 और बॉडी नंबर 440 महाराष्ट्र गढ़चिरौली थाना भामरागढ़ का होना पाया गया है। जिसके बाद पुलिस काे पता चला कि वर्ष 1991 में नक्सलियों ने लैंडमाइंस विस्फोट कर जवानों से लूटी गई थी।
नारायणपुर के एसपी प्रभात कुमार ने कहा कि इस मुठभेड़ में जवानों ने कुल सात नक्सलियों को मार गिराया था। जिसमें एक पर 25 लाख रुपये का इनाम घोषित था। मौके से दाे 303 राइफल बरामद हुई थी, जिसमें एक राइफल वर्ष 1991 में जवानों से लूटी हुई थी। बाकी हथियारों की भी पहचान की जा रही है।