भास्कर समाचार सेवा
मेरठ। 40 दिनों से चल रहा गुरबाणी कीर्तन का प्रवाह रविवार को 41वें दिन अपने गंतव्य तक पहुंच गया। गुरद्वारा साहिब की 50वीं वर्षगांठ एवं बाबा संगता साहिब के प्रकाश उत्सव पर देश विदेश से आयी संगतों ने अपनी आहुति दी। परमात्मा के नाम का ऐसा रंग संगतों पर चढ़ा कि सचखंड की ही अनुभूति संगतों को प्राप्त हुई।
मेरठ के कीर्तनीये सरदार सतनाम सिंह, बीबी कुलजीत और कंवल जीत सिंह ने सर्वप्रथम संगतों को गुरबाणी कीर्तन से निहाल किया। तदुपरांत अमृतसर और दिल्ली से आये रागी जत्थों ने गुरबाणी कीर्तन का अद्भुत गायन कर संगतों का मन मोह लिया। अरदास के समय सभी संगत के द्वारा करे गए मूल मंत्र साहिब, पंज पौड़ी, जपजी साहिब, सुखमनी साहिब, रहरास साहिब, सहज पाठ, प्रेम पाठ और अखंड पाठ साहिब की अरदास की गई। कार्यक्रम में गुरद्वारा साहिब के मुख्य सेवादार बृजमोहन ढींगरा, हरजस राय ढींगरा, हरकेश बत्रा, गुलशन मक्कड़, सैबी ढींगरा आदि का सहयोग रहा।