राजस्थान के टोंक जिले के अलीगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम खेड़ली में अपनी दादी के पीहर में रहकर पढ़ने वाली छह साल की बच्ची को स्कूल से एक शख्स लालच देकर ले गया और गांव के समीप झाड़ियों में उससे दुष्कर्म किया। इसके बाद स्कूल बेल्ट से उसका गला घोंट दिया।
यह खबर पूरे टोंक जिले सहित प्रदेश में आग की तरह फैल गई। इस घटना के बाद पूरा पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया और तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी है। पीड़ित पिता ने पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन देकर सात दिसम्बर तक आरोपित की गिरफ्तारी नहीं होने पर खेड़ली बालाजी टोंक-सवाईमाधोपुर हाइवे पर यातायात जाम करने की चेतावनी दी है। पीड़ित परिवार को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की मांग भी की है।
पुलिस के मुताबिक मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले के थाना मानपुर के मेवाड़ गांव की छह साल की बच्ची अपनी दादी के साथ खेड़ली में रहती थी। यहां उसको माता-पिता ने पढ़ाई के लिए छोड़ रखा था। दादी के पीहर खेड़ली में रोजाना की तरह वह स्कूल पढ़ने बैग के साथ गई थी और वहां से वह वापस स्कूल से शाम को नहीं लौटी तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की, लेकिन उसका कोई पता नहीं लगा। बालिका को खेत, कुंए व खलिहान सभी जगह तलाशा, पर कोई जानकारी नहीं मिली। रविवार सुबह बच्ची का शव गांव के समीप झांड़ियों में मिला। गांव के बाबूलाल ने इस पर परिजनों को सूचना दी और घटना की सूचना मिलते ही अलीगढ़ थानाधिकारी रामकिशन चौधरी टीम के साथ मौके पर पहुंचे।
पुलिस ने घटनास्थल पर बच्ची के शव व आसपास के हालातों को देखा। उसके हाथ-पैरों पर चोटों के निशान थे। इस घटना के दौरान पुलिस ने मौके से शराब की बोतल, कचौरी व चटनी की थैली भी बरामद की। पुलिस ने शव को सआदत अस्पताल टोंक पहुंचाया, जहां पर घटना की सूचना मिलते ही सोप पुलिस के साथ पुलिस उपाधीक्षक शहर कोतवाल विजय शंकर शर्मा मौके पर पहुंचे और बालिका के शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंपा।
पुलिस व प्रशासन ने बालिका के अन्तिम संंस्कार तक पूरी सतर्कता रखी। इस घटना के दौरान पुलिस अधीक्षक आदर्श सिधू, अतिरिक्त जिला कलेक्टर सुखराम खोखर, एएसपी विपिन शर्मा, पुलिस उपाधीक्षक दिनेश कुमार, तहसीलदार उनियारा हनुमान प्रसाद मीणा, थानाधिकारी रामकिशन सहित कई पुलिस अधिकारी व पुलिस जवान मौजूद थे।