8 से 16 लाख में धर्मांतरण की साजिश! छांगुर बाबा की संपत्ति पर कार्रवाई तेज

बलरामपुर: जिले के उतरौला कस्बे से सटे मध्यपुर गांव में मतांतरण के आरोपों से घिरे जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा और उसके सहयोगियों के अवैध संपत्तियों पर गुरुवार को तीसरे दिन भी बुलडोजर की कार्रवाई जारी रही. भारी पुलिस बल की मौजूदगी में प्रशासन ने अवैध अतिक्रमण हटाने का कार्य शुरू किया. 8 बुलडोजरों की मदद से लगातार ध्वस्तीकरण किया जा रहा है.

बता दें कि लगभग एक एकड़ क्षेत्र में फैले बाबा और उसके सहयोगी नीतू और नवीन रोहर के संपत्तियों पर प्रशासन ने नोटिस जारी किया था. जिसमें अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए कहा गया था. लेकिन एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी अतिक्रमण नहीं हटाया गया जिस पर प्रशासन कार्रवाई कर रहा है. पिछले सप्ताह एटीएस की टीम ने छांगुर बाबा और उसके एक सहयोगी को लखनऊ से गिरफ्तार किया था. बाबा पर 50 हजार का इनाम घोषित कर रखा था.

एटीएस इससे पूर्व उसके बेटे और नवीन रोहर को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. बाबा और उसके सहयोगियों पर 100 करोड़ के विदेशी फंडिग का भी आरोप है, जिसकी जांच ईडी को भेजी गई है. छांगुर बाबा की कोठी करीब एक एकड़ में बनी हुई थी, जिसमें 2 बिस्वा जमीन सरकारी थी. इस पर अवैध निर्माण किया गया था. इसी अवैध निर्माण को ध्वस्तीकरण प्रशासन द्वारा की जा रही है.

पहले दिन सोमवार को करीब 20 प्रतिशत ध्वस्तीकरण की कार्रवाई हुई थी. अब तक करीब 80 प्रतिशत ध्वस्तीकरण किया जा चुका है. एटीएस द्वारा इस मामले में कुल 10 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. जिसमें छांगुर बाबा, नीतू रोहरा नीतू के पति नवीन रोहरा सहित 4 लोगों की अब तक गिरफ्तारी हो चुकी है.

अपर पुलिस अधीक्षक विशाल पाण्डेय ने गुरुवार को बताया कि अवैध निर्माण हटाने का कार्य लगातार किया जा रहा है. अभी तक करीब 80 प्रतिशत अवैध निर्माण हटाया जा चुका है. जब तक अवैध अतिक्रमण हट नहीं जाता है जब तक कार्रवाई जारी रहेगी. दूसरी तरफ छांगुर बाबा से जुड़े लोगों में हड़कंप मचा हुआ है.

एसटीएफ चीफ अमिताभ यश ने 5 जुलाई को खुलासा करते हुए बताया था कि जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा (असली नाम करीमुल्ला शाह) पिछले तीन-चार सालों से मधपुर में रह रहा था. छांगुर बाबा मुंबई के एक सिंधी नवीन रोहरा, नीतू रोहरा और बेटी समाले नवीन रोहरा का ब्रेनवाश कर इस्लाम धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया था. छांगुर बाबा के गिरोह में शामिल लड़के नाम बदलकर लड़कियों को फंसाते थे. लखनऊ की गुंजा गुप्ता को अबू अंसारी नामक व्यक्ति ने अमित नाम रखकर प्रेमजाल में फंसाया और छांगुर शाह के दरगाह ले गया था. वहां लालच देकर इस्लाम कबूल करवाया. एसटीएफ चीफ के मुताबिक, गिरोह ने धर्मांतरण के लिए बाकायदा धनराशि तय कर रखी थी. ब्राह्मण, सरदार या क्षत्रीय लड़की को इस्लाम कबूल कराने पर 15-16 लाख, पिछड़ी जाति की लड़की के लिए 10 से 12 लाख और अन्य जाति की लड़कियों के लिए 8 से 10 लाख रुपये निर्धारित थे.

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