24 घंटे से ज्यादा अगर पहनते हैं एक ही अंडरवियर, तो इस बड़ी मुसीबत को दे रहे हैं दावत

जैसे अलग अलग मौसम में अलग अलग कपडे पहने जाते है, वैसे ही हर कपडे को धोने का तरीका भी अलग अलग ही होता है. कपड़ो को धोने के तरीका का जितना असर कपड़ो की चमक पर पड़ता है, उतना ही असर इंसान की सेहत पर पड़ता है. हालांकि हम में से बहुत से लोग ऐसे है, जो सभी कपड़ो को एक साथ ही वाशिंग मशीन में डाल देते है. मगर हम आपको बता दे कि ऐसा करना खतरनाक भी हो सकता है.

जी हां खास तौर पर अगर आप अपने अंडरगार्मेंट्स बाकी कपड़ो के साथ धोते है तो आपको सावधान होने की जरूरत है. वो इसलिए क्यूकि ये आपके स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है. दरअसल एक अध्ययन से ये पता चला है कि एक जोड़ी अंडरगार्मेंट में हर रोज करीब दस ग्राम तक मल लगा रह जाता है. इसलिए जब आप अपने अंडरगार्मेंट्स को दूसरे कपड़ो के साथ धोते है, तो उसमे मौजूद बैक्टीरिया दूसरे कपड़ो में भी चले जाते है. जिसके चलते संक्रमण का खतरा होना लाजिमी है. अब यूँ तो हम कपड़ो को नार्मल पानी से ही धोते है. मगर अंडरगार्मेंट्स में मौजूद बैक्टीरिया इस तापमान के पानी से नहीं मरते.

इसलिए इन कपड़ो को कम से कम चालीस डिग्री सेल्सियस तापमान के पानी से ही धोना चाहिए. यानि नार्मल पानी से अंडरगार्मेंट्स धोने का जरा भी फायदा नहीं होता. इसके इलावा बच्चो और बूढ़ो में रोग प्रतिरोधक की क्षमता भी कमजोर होती है. जिसके चलते उन पर बैक्टीरिया का इन्फेक्शन काफी जल्दी होता है. इसलिए उनका सुरक्षा का ध्यान रखते हुए कभी भी सभी कपड़ो को एक साथ नहीं धोना चाहिए.

यहाँ तक कि किचन के कपड़ो को भी अलग से धोना चाहिए, क्यूकि अगर आप किचन के कपड़ो को भी बाकी कपड़ो के साथ मिला कर धोते है, तो उसका असर भी आपकी सेहत पर पड़ सकता है. जी हां बता दे कि किचन के कपड़ो के जरिये वो बैक्टीरिया किसी न किसी तरह से आपके पेट तक पहुँच ही जाते है. इसके साथ ही हर कपडे के लिए एक अलग डिर्जेंट भी होता है. ऐसे में अंडरगार्मेंट्स के लिए हमेशा सॉफ्ट प्रोडक्ट्स ही इस्तेमाल करना चाहिए.

इसलिए इस बात का ध्यान रखे कि अंडरगार्मेंट्स को कभी भी बाकी कपड़ो के साथ न धोये और किसी भी अंडरगार्मेंट का चौबीस घंटे से ज्यादा इस्तेमाल न करे.

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें