
मैनपुरी – जिलाधिकारी महेन्द्र बहादुर सिंह उपजिलाधिकारियों, क्षेत्राधिकारियों, थानाध्यक्षों, कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में सख्त लहजे में कहा कि विगत दिनों जनपद में पराली जलाने की कई घटनाएं प्रकाश में आयी हैं, खेतों में फसल अवशेष जलाने की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इस लिए राजस्व, पुलिस, कृषि विभाग के अधिकारी आपस में समन्वय स्थापित कर कार्य करें, किसानों को फसल अवशेष जलाने से होने वाले दुष्प्रभावों, प्रस्तावित कार्यवाही के बारे में जागरूक करें, गांव-गांव भ्रमण कर किसानों से संवाद कर फसल अवशेषों के जलाने से पर्यावरण प्रदूषण के साथ-साथ मिट्टी के पोषक तत्व को अत्याधिक क्षति एवं मिट्टी के भौतिक स्वास्थ्य पर भी पड़ रहे प्रतिकूल प्रभाव के बारे में बताएं। उन्होने कहा कि किसानों को जागरूक करें कि पलारी जलाने पर सरकार ने अर्थदंड लगाने का प्राविधान किया है, किसान भाई ऐसा कदापि न करंे, जिससे अर्थदण्ड लगाने को मजबूर होना पड़े।
डीएम ने क्षेत्राधिकारियों, थानाध्यक्षों को निर्देशित करते हुए कहा कि अपने-अपने क्षेत्र के ग्राम प्रधानों, कृषकों के साथ वार्ता कर उन्हें खेतों में फसल अवशेष न जलाने के लिए जागरूक करें, जहां-जहां पलारी जलाने की घटनाएं प्रकाश में आई हंै, दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही की जाए, उनसे जुर्माना वसूला जाए। उन्होने उप जिलाधिकारियों, क्षेत्राधिकारियों, को निर्देशित किया है कि जिन कृषकों के द्वारा पराली जलाए जाने की घटना सामने आयीं है, आवश्यकता पड़ने पर प्रथम सूचना रिपोर्ट भी दर्ज करायी जाये।
जिलाधिकारी ने कहा कि ग्राम प्रधान के माध्यम से किसानों को पराली, कृषि अपशिष्ट न जलाने के लिए जागरूक किया जाये, कृषकों को फसल अवशेष जलाने से मिट्टी, जलवायु एवं मानव स्वास्थ्य को होने वाली हानि के विषय में अवगत कराया जाये, उन्हे यह भी अवगत कराया जाये कि राष्ट्रीय हरित अधिकरण के आदेशानुसार खेतों में फसल अवशेष जलाना दण्डनीय अपराध है, उन्होने तहसीलदारों, खंड विकास अधिकारियों से कहा कि निरंतर अपने-अपने क्षेत्र में भ्रमण कर सुनिश्चित करें कि कोई भी किसान किसी भी हालत में फसल अवशेष न जलाये, जिला पंचायत राज अधिकारी सभी ग्राम प्रधानों, सचिवों के माध्यम से सुनिश्चित करायें कि पलारी जलाने की कोई घटना घटित न हो।
बैठक में अपर जिलाधिकारी बी.राम, अपर पुलिस अधीक्षक मधुबन कुमार सिंह, समस्त उप जिलाधिकारी, क्षेत्राधिकारी, उप निदेशक कृषि, जिला कृषि अधिकारी, समस्त थानाध्यक्ष आदि उपस्थित रहे।










