
भास्कर ब्यूरो वाराणसी। हिन्दू सनातन धर्म में गाय को अत्यंत पूजनीय माना जाता है। यहां तक कि विभिन्न देवी-देवताओं के पूजन में भी गाय के गोबर का प्रयोग किया जाता है। इसी क्रम में रविवार को दुर्गाकुण्ड स्थित धर्मसंघ शिक्षा मण्डल के प्रांगण में गोपाष्टमी महोत्सव मनाया गया। इस अवसर पर धर्मसंघ परिसर में बने स्वामी करपात्री आदर्श गौशाला में गौपूजन किया गया। धर्मसंघ के महामंत्री पण्डित जगजीतन पाण्डेय ने बताया कि गोपाष्टमी के महापर्व पर एक संगोष्ठी का आयोजन भी किया गया, जिसमे प्रमुख गौसेवकों का अभिनंदन भी किया गया।
पण्डित जगजीत पाण्डेय ने बताया कि भारतवर्ष की संपूर्ण सनातनी जनता आज के दिन गोपाष्टमी मनाती है क्योंकि पुराणों के अनुसार आज ही के दिन भगवान श्री कृष्ण प्रथम बार गौ माताओं को गोचारण के लिए ले गए थें। इससे पहले गऊ माताओं का श्रंगार किया गया था और विभिन्न तरह के पकवान खिलाए गए थें, उसी परंपरा आज भी हम सब निर्वहन करते हैं। उन्होंने बताया कि गोपाष्टमी के अवसर पर स्वामी करपात्री आदर्श गौशाला में गौ माताओं को स्नान कराया गया। उनका श्रंृगार किया गया और विधि विधान से पूजन कर उन्हें पकवान भी खिलाया गया। इसके साथ ही पूरे विश्व में फैली कोरोना महमारी से निजात पाने के लिए, विश्व कल्याण के लिए मंगल कामना की गई। गौपूजन में मुख्य रूप से कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव, शालिनी यादव, राघवेंद्र चैबे, ब्रजभूषण ओझा, विवेक शंकर तिवारी, कृष्णानन्द पाण्डेय, अभिषेक मिश्रा, अमरेश पाण्डेय, तनुज पाण्डेय आदि लोग शामिल रहें।











