बरेली में हज़रत सय्यद बाबा के कुल के बाद होगा उर्स ए शाहदाना वली का समापन

बरेली। उर्स ए हज़रत शाहदाना वली के कुल शरीफ की रस्म नमाज ए फज्र  के बाद संदल शरीफ़ से गुल ए पाक किया गया उसके बाद सलातो सलाम पढ़ा गया। वही दिन भर मजार पर चादर पोशी व गुलपोशी का सिलसिला जारी रहा बाद नमाजे जोहर चंदा मियां अशरफी ने सरकार शाहदाना वली रहमतुल्लाह अलेह कि शान में नात-ओ मनकबत का दौर चला उसके बाद  सरकार की रूहानी जिंदगी पर रोशनी डाली। बाद नमाज़े अस्र कलियर शरीफ के फनकार निजाम साबरी ने महफिल सजाई उसके बाद 4.30 मिनट पर  हजरत केले शाह बाबा के कुल शरीफ की फतह जानशीने तहसीन ए मिल्लत हजरत सूफी रिजवान रजा खान तहसीनी ने अदा की दरगाह के मुतवल्ली अब्दुल वाजिद खां नूरी ने हिंदुस्तान में अमन ओ अमान और भाईचारा कायम रहे कि दुआ के साथ कोरोनावायरस के खात्मे के लिए खुसूसी दुआ की आखिर में हज़रिने महफिल को लंगर का तबर्रूक तस्किम किया गया।

कलियर शरीफ से दरगाह साबिर ए पाक के नायब सज़दा नशीन अलिशा मिया ने की केले शाह बाबा के कुल शरीफ की महफिल में शिरकत दरगाह के मुतवल्ली अब्दुल वाजिद खां बब्बू मियां नूरी ने अलीशा मियां की दस्तार बन्दी कर इस्तकबाल किया। इस दौरान मीडिया प्रभारी वसी अहमद वारसी ने जानकारी देते हुए बताया कि   23 नवंबर को सुबह 10 बचकर 10 मिनट पर सैयद बाबा का कुल शरीफ होगा उर्स शरीफ के सारे प्रोग्राम गाइडलाइन के मुताबिक किए जा रहे हैं,कल ही उर्स हज़रत शाहदाना वली की रस्मो का समापन हो जाएगा। वही कार्यक्रम में यूसुफ इब्राहिम,गफूर पहलवान,हाजी अबरार खा,वसी अहमद,परवेज खा,जावेद खा,आसिफ सकलैनी, हनीफ मियां,ज़रदाब साबरी,भूरा साबरी,शानू घोसी,इरफान घोसी, सलीम रजा, फरहत खा आदि सहित अकीदतमंद शामिल रहे,

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