विचाराधीन बंदी की नैनी जेल में मौत, शव घर पहुंचते ही मचा कोहराम

हडिया प्रयागराज।    प्रयागराज के हंडिया थाना क्षेत्र के बीरापुर कसौधन के निवासी संतोष कुमार मिश्रा उर्फ चकबंदी मिश्रा उम्र लगभग 63 वर्ष पुत्र राम नीहोर मिश्रा की अचानक तबियत गड़बड़ होने से नैनी जेल में ही मौत हो गई।बंदी संतोष मिश्रा के छोटे भाई ने बीमारी से मौत को गलत बताया उनका आरोप है कि मेरे भाई की मौत बीमारी से नहीं हुई है पुलिस ने लाश को पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक 24/11/2014 को नैनी जेल में बंद हुआ था नैनी जेल के अधिकारी द्वारा बताया गया कि बीमारी के कारण इनकी मौत हुई है।

आज सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव के घर पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया।वहीं पर परिजनों ने आरोप लगाया है कि कैदी संतोष मिश्रा उर्फ चकबंदी मिश्रा की मौत कोई साधारण मौत नहीं है बल्कि यह साजिश के तहत उनकी हत्या हुई है।

मृतक संतोष मिश्रा के भाई माइकल मिश्रा ने बताया कि जो पंचनामा रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है 19 नवंबर से ही संतोष मिश्रा की तबीयत खराब थी जिनका जेल के अस्पताल में इलाज चल रहा था जबकि उनके भाई का आरोप है कि 25 नवंबर को जब माइकल मिश्रा अपने भाई से मिलने गया तो उसे मिलने नहीं दिया गया और यह बताया कि सब कुछ ठीक-ठाक है और संतोष मिश्रा ठीक है लेकिन 9 दिसंबर 2020 को सुबह 7:30 बजे अचानक फोन आता है कि आपके पिता/भाई/पति/पुत्र संतोष मिश्रा उर्फ चकबंदी मिश्र  की मृत्यु हो चुकी है आप लोग स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल से उनके शव को प्राप्त कर सकते हैं।जिसके बाद से परिजनों में कोहराम मच गया परिजनों का आरोप है कि संतोष मिश्रा उर्फ चकबंदी मिश्रा की तबीयत पहले से ही खराब थी तो परिजनों को इस बात की सूचना क्यों नहीं दी गई यह एक साजिशन हत्या हुई है।


वहीं मृतक सात भाइयों में सबसे बड़ा था संतोष कुमार मिश्रा उर्फ चकबंदी मिश्रा की पत्नी बेटीया पूजा मिश्रा 23,खुशबू मिश्रा 21,उजाला मिश्रा19, प्रीति मिश्रा17, प्रिया मिश्रा 15,सोना मिश्रा 13,मोना मिश्रा 11,गुनगुन 7 वर्ष व इकलौता पुत्र सुंदरम मिश्रा9 वर्ष का रो रो कर बुरा हाल है।

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