
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की विभूतिखंड थाना की पुलिस ने युवक और युवतियों के एक ऐसे गिरोह का खुलासा किया है, जो अधेड़ व्यक्तियों को हनीट्रैप में फंसाकर उन्हें मिलने के बहाने बुलाकर वसूली करते थे रकम ना मिलने पर उनके खिलाफ दुष्कर्म के मुक़दमे दर्ज कराने की धमकी देकर मोटी रकम वसूलने का काम करते थे। विगत दिनों एक दन्त चिकित्सक के साथ हुए घटना को गंभीरता से लेते हुए इस गैंग का खुलासा करने के लिए टीमें बनाई और इस गैंग में शामिल दो महिला और तीन पुरुषों को गिरफ्तार कर एक बड़े गैंग का खुलासा कर दिया। पुलिस इस गैंग में शामिल अन्य अभियुक्तों की तलाश में जुटी हुई है।
गौरतलब है कि केजीएमयू के दंत चिकित्सा विभाग में तैनात चिकित्सक डॉक्टर अखिलेश चौबे को विगत एक दिसंबर की रात कुछ बदमाशों ने वेव मॉल के सामने से अगवा कर लिया था। बदमाश उन्हें अलग-अलग स्थानों पर लेकर गए और एक फ़्लैट में ले गए। डॉक्टर का आरोप है कि उनसे 30 लाख रुपये फिरौती की मांग की गई। उन्हें रात भर टॉर्चर कर पीटा गया था। तीस लाख रुपये की फिरौती की बात दो लाख रुपये में तय हुई थी।
पीड़ित ने विकासनगर के अपने एक परिचित डॉक्टर को फोन पर पैसे की जरूरत बताई इसके बाद उन्होंने पैसे लेने के लिए बुलाया। इस दौरान कार से बदमाश उन्हें लेकर टेढ़ीपुलिया गए। इसके बाद डॉक्टर दोस्त के बाद पीड़ित पैदल गया। इस दौरान एक बदमाश निगरानी करने के लिए उनके पीछे पीछे चल रहा था। पीड़ित डॉक्टर के परिचित ने जब मामला सुना तो उनके होश उड़ गए। वह उन्हें लेकर इसंपेक्टर विकासनगर के पास पहुंचे। इंस्पेक्टर ने एक पुलिसकर्मी को उनके साथ भेजा तब तक बदमाश फरार हो गए। हालांकि मामला विभूतिखंड इलाके का होने के चलते डॉक्टर ने विभूतिखंड में मुकदमा लिखवाया था। एडीसीपी पूर्वी एस एम कासिम अब्दी ने इस गंभीर प्रकरण के खुलासे के लिए पांच टीमों का गठन करके आरोपियों की गिरफ़्तारी के आदेश दिए थे। पीड़ित चिकित्सक के बताए गए घटनास्थल के आसपास भी पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज चेक किये। फुटेज और सर्विलांस सेल की मदद ने विभूतिखंड पुलिस ने क्राइम ब्रांच की टीम की मदद से पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया।










