किसानों द्धारा भारत बंद के बाद मंडी समिति में उमड़ी भीड़


मैनपुरी- बीते मंगलवार को भारत बंद था, इसलिए शहर की मंडी भी बंद रही। जिसका असर अगले ही दिन देखने को मिला। सुबह से ही मंडी में किसानों, व्यापारियों की भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह ही फल और सब्जी मंडी गुलजार हो गई। सुवह फल और सब्जी मंडी में भारी भीड़ देखने को मिली। इसके बाद दिन चढते ही अनाज मंडी में भीड़ उमड़ पड़ी। धान, गेहूं तथा अन्य फसलों की बिक्री के लिए किसान पहुंचे। ट्रैक्टरों की लाइनें लग र्गइं। जिससे मंडी में जाम जैसे हालात बन गए। मंडी में हुई खरीद फरोख्त से लगभग पांच करोड़ का कारोबार होने का अनुमान लगाया जा रहा है। यही हाल ग्रामीण क्षेत्रों की मंडी में भी रहा।


बीते दिन सुबह होते ही मंडी में भीड़ जमा होने लगी थी। सुबह के समय फल और सब्जी मंडी चलती है। इसलिए खरीदार भी सुबह ही जमा हो जाते हैं। फल, सब्जी बेचने वाले लोगों की भीड़ ने जमकर खरीदारी की। चूंकि दो दिन का स्टॉक था।

इसलिए विभिन्न फल, सब्जियों के भाव में भी कम नजर आए। मंडी परिसर में ही चलने वाली अनाज मंडी में तो देर रात तक तुलाई हुई। किसान ट्रैक्टर तथा अन्य साधनों से धान, गेहूं, मक्का तथा अन्य फसलें बेचने के लिए लाए थे। किसान हरीलाल, वीरपाल, रामस्वरूप, ऋषिराम आदि ने बताया कि बंदी का ज्यादा असर मैनपुरी में नहीं था लेकिन सरकार को किसानों की बात सुननी चाहिए। आजादी के बाद से ही किसान देश का पेट भर रहा है। फिर उसे प्रदर्शन करने की नौबत क्यों आ रही है। फूडग्रेन एसोसिएशन के अध्यक्ष उपदेश यादव ने बताया कि हड़ताल के चलते बुधवार को मंडी में भीड़ अधिक थी।

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