कोरोना की भेंट चढ़ा ऐतिहासिक राम विवाह मेला

प्रशासन ने नहीं दी अनुमति, नहीं लगेगा 15 दिवसीय बाबागंज का ऐतिहासिक मेला

चित्र परिचय: परमहंस कुटी का मुख्य द्वार

कौशलेंद्र पांडेय
नवाबगंज/बहराइच। कोविड 2019 के दृष्टिगत प्रशासन द्वारा बाबा परमहंस कुटी बीरपुर चोरी कुटिया में इस वर्ष श्री राम विवाह के उपलक्ष में लगने वाला 15 दिवसीय धनुष यज्ञ मेला लगाने की अनुमति प्रशासन द्वारा नहीं दी गई है। बाबा परमहंस कुटी चोरी कुटिया बीरपुर बाबागंज में विगत अनादि वर्षों से धनुष यज्ञ का 15 दिवसीय विशाल मेला का आयोजन किया जाता था। परंतु इस बार कोरोना काल के चलते यह मेला स्थगित कर दिया गया है।

जनपद बहराइच में जेठ माह में लगने वाले दरगाह शरीफ मेले के बाद बाबागंज के पश्चिम सिद्ध स्थल बाबा परमहंस कुट्टी पर लगने वाला यह दूसरा बड़ा मेला था जो अगहन सुदी पंचमी से अनवरत 15 दिनों तक धूमधाम से चलता था। इस 15 दिवसीय ऐतिहासिक मेले में जनपद बहराइच के अलावा आसपास के कई जनपद सहित पड़ोसी देश नेपाल के दुकानदार अपनी दुकानें लगाते थे साथ ही हज़ारों की संख्या में मेलार्थी प्रतिदिन मेला में पहुंचते थे। इस वर्ष यह मेला 19 दिसंबर से लगने वाला था। परंतु कोरोना काल को देखते हुए प्रशासन द्वारा इस बार इस मेले के आयोजन की अनुमति नहीं दी गई।

प्रसिद्ध दरगाह मेले की भांति यह 15 दिवसीय ऐतिहासिक मेला भी कोरोना काल की भेंट चढ गया। इस सम्बन्ध में श्रीराम जानकी मंदिर बाबा परमहंस कुटी सेवा समिति व मेला कमेटी अध्यक्ष बाबादीन वर्मा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि इस बार 19 दिसंबर से लगने वाला यह ऐतिहासिक 15 दिवसीय राम विवाह मेला का आयोजन नहीं किया जाएगा।

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