
यूपी में आजकल एक डायलॉग बड़ा प्रसिद्ध है. किसी भी कोने में अगर अवैध निर्माण करोगे, तो सरकारी बुलडोजर आ जाएगा. आज कल यूपी में योगी जी और उनका प्रशासन कम बोलता है और पीला पंजा ज्यादा बोलता है. यूपी में डंडे से ज्यादा अब पिले पंजे का जोर है. ये पीला पंजा अभी मदहोश हाथी की तरह अपने पुरे शवाब पर है. और इसका निशाना सिर्फ बाहुबली नेता हैं. जिन्होंने अवैध रूप से अपना कब्जा किया. आज कल पिले पंजे ने यूपी में जो कोहराम मचाया है. उस से अच्छे अच्छे बाहुबलियों की सांसें थम रही है. जिन बाहुबली नेताओं की कभी तूती बोला करती थी. आज कल वो डरे डरे नज़र आ रहे हैं. उनकी गगनचुम्बी इमारतें और आलिशान भवनों की अकड़ जेसीबी तोड़ रही है. और इसी के साथ साथ बाहुबलियों की भी.
योगी का डंका यूपी में इस कदर बज रहा है कि बाहुबली नेताओं के कानों से खून निकल गया है. योगी ने बता दिया की राज्य में सुशासन की सरकार चलेगी, और जिन नेताओं ने सपा बसपा और कांग्रेस के टाइम में काली कमाई कर बड़े बड़े मकान खड़े किये थे, ज़मीन पर अवैध कब्जा किया था, अब उन सबका हिसाब होगा. फिर चाहे वो आज़म खान हो, अतीक अहमद हो, या फिर मुख्तार अंसारी. एक एक करके सबके आलिशान मकान धराशाही किये जा रहे हैं.
नेताओं में अब इतना खौफ है की खुद के मकान भी तोड़ने लगे. उन्हें डर है की पीला पंजा अब उनके घर की गर्दन न पकड़ ले. सरकारी जेसीबी का इतना खौफ कि खुद ही अपना अवैध निर्माण गिराने लगे. ताजा मामला भदोही के विधायक विजय मिश्र के अवैध शॉपिंग कॉम्प्लेक्स से जुड़ा है. जिस काम्प्लेक्स विजय मिश्र के बाहुबल का विजय पताका लहरा था, आज उस काम्प्लेक्स को वो खुद तुड़वा रहे हैं. उन्हें डर है इस बात का कि कहीं अवैध निर्माण के कारण उनका पूरा काम्प्लेक्स न तोड़ दिया जाए.
दरअसल विजय मिश्र के घर वाले प्रयागराज में बने अपने कॉम्प्लेक्स को पूरी तरह नेस्तनाबूद होने से बचाने के लिए उसकी ऊपरी दो मंजिलों को खुद ही गिरवाने लगे हैं. आप ये वीडियो देखिए, कितनी मेहनत से मजदूर काम्प्लेक्स के ऊपरी दो मंजिल को तोड़ रहे हैं. ये टूटा हुआ घर नहीं ये टूटती हुई अकड़ है. ये सबूत है कि जब सच्चाई का सामना करना पड़ता है. तो झूठ इस कदर ही बिखर जाता है. झूठ के भरोसे की गई दिवार आज खुद टूट रही है. एक एक ईंट इस बात का गवाह है कि अब बाहुबल नहीं चलेगा. विजय मिश्र के परिजनों को डर इसलिए भी है क्यूंकि विजय मिश्र के करोड़ों रुपये के आशियाने को सरकारी अमला पहले ही मिटटी में मिला चुका है. बता दें कई विजय मिश्रा का अल्लापुर स्थित आलीशान बंगला गिराने के बाद यहीं बना शॉपिंग कॉम्प्लेक्स भी प्रदेश सरकार के राडार पर था और जल्द ही उसे जमींदोज करने कि भी चल रही थी, बस कानूनी दांवपेच के कारण थोड़ा सा विलम्ब हुआ. इससे पहले की सरकारी बुलडोजर अपना मुहं फाड़ता हुआ इस काम्प्लेक्स को हज़म कर कर जाता. बाहुबली विजय मिश्रा के घरवालों ने एक कांट्रैक्टर को ऊपर की दो मंजिला तोड़ने के काम पर लगा दिया है.
बता दें कि प्रयागराज विकास प्राधिकरण यानी पीडीए से सिर्फ दो मंजिला का नक्शा पास करवाया गया था, लेकिन विजय मिश्रा ने अपने बाहुबल, अपनी ताकत के दम पर दो मंजिला से अधिक इमारत और नीचे एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बनवा लिया था. इस निर्माण को पीडीए ने अवैध करार दे दिया. इस कॉम्प्लेक्स में बेसमेंट समेत नीचे की दो मंजिल पर बीस से ज्यादा दुकानें और शोरूम थे, जबकि ऊपर की दो मंजिल पर कार्यालय और लॉज चलते थे. प्रयागरा विकास प्राधिकरण से सिर्फ दो मंजिल का ही नक्शा पास कराया गया था. अब एक एक करके बाहुबली निशाने पर हैं तो विजय मिश्र के परिवार ने हाईकोर्ट में अंडरटेकिंग देकर अवैध निर्माण को खुद ही गिराए जाने की बात कही है.
इससे पहले की कॉम्प्लेक्स को पूरी तरह से धराशाही कर दिया जाता. उसे बचाने के लिए विजय मिश्र के परिवार ने एक कांट्रैक्टर को ऊपर की दो मंजिल गिराने का ठेका दे दिया है. ऊपरी दो मंजिलों को तोड़े जाने का काम भी शुरू हो गया है. कहा जा रहा है की इस काम में तकरीबन डेढ़ दर्जन मजदूर और इंजिनियर लगे हुए हैं. कहीं हथौड़े चल रहे हैं तो कहीं ड्रिल मशीन के जरिये दरवाजों और खिड़कियों को तोड़ा जा रहा है. ये टूटा हुआ काम्प्लेक्स बताता है कि रावण भी बेशक लंका पति था, सोने के महल में रहता था, देव और दानव भी उसके कब्जे में थे. पर अहंकार ने उसे तोड़ दिया.










